आज तमिलनाडु के तट से टकरा सकता है तूफान 'Michaung',प्रशासन ने उठाए एहतियाती कदम
चक्रवाती तूफान 'Michaung' सोमवार को तमिलनाडु के तट से टकरा सकता है। तूफान के मद्देनजर तमिलनाजु प्रशासन ने कई एहतियाती कदम उठाए हैं।
चेन्नई: तमिलनाडु के तटवर्ती तट से आज ‘मिचौंग’ तूफान टकरा सकता है। राज्य सरकार ने इस तूफान के मद्देनजर संभावित स्थिति से निपटने के लिए सभी एहतियाती कदम उठाए हैं। ‘मिचौंग’ के तीव्र होने और मंगलवार को दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तट से टकराने से पहले चार दिसंबर को उत्तरी तमिलनाडु तट से गुजरने की संभावना है। तूफान की वजह से सोमवार और मंगलवार को भारी बारिश होने की संभावना है। सरकार ने कहा कि उसने पर्याप्त संख्या में एसडीआरएफ के जवानों को तैनात किया है और संवेदनशील क्षेत्रों के लोगों के लिए राहत केंद्र भी तैयार हैं।
4,967 राहत शिविर तैयार
सरकार की ओर से यह जानकारी दी गई कि कावेरी डेल्टा क्षेत्रों के अलावा, राज्य के उत्तरी और अन्य तटीय क्षेत्रों में सभी बुनियादी सुविधाओं के साथ 121 बहुउद्देशीय केंद्र और 4,967 राहत शिविर तैयार किए गए हैं। अकेले चेन्नई में 162 राहत केंद्र तैयार किए गए हैं और ऐसे एक केंद्र में 348 लोगों को रखा गया है। साथ ही 714 पंप निचले इलाकों से पानी निकालने के लिए तैयार हैं। तमिलनाडु एसडीआरएफ की 350 सदस्यों की 14 टीम और एनडीआरएफ की 225 कर्मियों की नौ टीम राहत और बचाव कार्यों के लिए मयिलादुथुराई, नागप्पट्टिनम, तिरुवल्लूर, कडलूर, विल्लुपुरम, कांचीपुरम, चेंगलपेट और चेन्नई के तटीय क्षेत्रों में तैनात की गई हैं।
चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं आपातकालीन केंद्र
राज्य और जिला-स्तरीय आपातकालीन संचालन केंद्र अतिरिक्त कर्मचारियों के साथ चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। मदद के लिए नियंत्रण कक्ष से हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क किया जा सकता है। राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री, केकेएसएसआर रामचंद्रन और बिजली मंत्री थंगम थेनारासु ने हालात को संभालने के लिए राज्य की तैयारियों का निरीक्षण किया। थेनारासु ने कहा कि स्थिति से निपटने के लिए सरकार पर्याप्त श्रमिकों और उपकरणों के साथ तैयार है। करीब 1,500 कर्मचारियों को तैयार अवस्था में और तीन लाख से अधिक बिजली के खंभों को आपात स्थिति के लिए रखा गया है। इनके अलावा आवश्यक वाहन और क्रेन जैसी मशीनरी भी तैयार हैं।
सार्वजनिक अवकाश घोषित
चक्रवाती तूफान ‘मिचौंग’ के करीब आते ही सरकार ने सोमवार (4 दिसंबर) को चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और चेंगलपट्टू जिलों में सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है। दूध आपूर्ति और स्वास्थ्य सुविधाएं जैसी आवश्यक सेवाएं चालू रहेंगी। रेलवे ने कुल 118 रेलगाड़ियों को रद्द कर दिया है। आम जनता और मछुआरों को चक्रवाती तूफान के बारे में सतर्क कर दिया गया है और 1,000 से अधिक नौकाएं कृष्णमपट्टिनम सहित मछली पकड़ने वाले बंदरगाहों पर खड़ी हैं।
110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवाती तूफान ‘मिचौंग’ दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर पुडुचेरी से लगभग 250 किमी पूर्व में, चेन्नई से 230 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व और नेल्लोर (आंध्र प्रदेश) से 350 किमी दक्षिण पूर्व में अवस्थित है। इसके और अधिक तीव्र होने और चार दिसंबर की दोपहर तक दक्षिण आंध्र प्रदेश और निकटवर्ती उत्तरी तमिलनाडु तटों से होते हुए पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने की संभावना है। इसके बाद, इस तूफान के उत्तर की ओर बढ़ने और पांच दिसंबर की सुबह एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच दक्षिण आंध्र प्रदेश तट को पार करने की संभावना है, जिससे 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति से हवाएं चल सकती हैं। (भाषा)