चक्रवाती तूफान 'दाना' की उल्टी गिनती शुरू, तेज हवाओं और बारिश के साथ बरपाएगा कहर! जानिए इससे निपटने की क्या है तैयारी?
चक्रवाती तूफान 'दाना' से निपटने के लिए समुद्री तटों से मछुआरों को दूर रहने को कहा गया है। साथ ही तट के किनारे बसे गांवों को खाली कर लिया गया है। राज्य की ओर से खाश गाइडलाइन भी जारी की गईं हैं।
पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कई जिलों में चक्रवाती तूफान 'दाना' के चलते अलर्ट पर हैं। चक्रवाती तूफान दाना वर्तमान में तटीय ओडिशा की ओर बढ़ रहा है। ये चक्रवाती तूफान ओडिशा के भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा बंदरगाह तटों से टकरा सकता है। शुक्रवार की सुबह को यह राज्य में भारी बारिश और तूफान लाएगा। चक्रवाती तूफान दाना के चलते पश्चिम बंगाल के दक्षिणी हिस्से और ओडिशा के समुद्री तटीय क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होगी। इस तूफान के चलते ओडिशा की आधी आबादी पर असर पड़ने का खतरा है।
3 से 4 लाख लोगों को निकाला जा चुका
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने राज्य सरकार की तैयारियों की समीक्षा की है। सीएम माझी ने कहा कि बुधवार शाम तक चिन्हित 'खतरे वाले क्षेत्र' में रहने वाले केवल 30 प्रतिशत लोगों या लगभग 3-4 लाख लोगों को ही निकाला जा सका है। गुरुवार सुबह सभी खतरे वाले क्षेत्रों से लोगों को निकालने की प्रक्रिया जारी रहेगी।
आज रात से ही दिखने लगेगा असर
इस बीच, भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कहा कि चक्रवाती तूफान दाना शुक्रवार सुबह भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा बंदरगाह के बीच दस्तक दे सकता है। हालांकि, चक्रवाती तूफान दाना के गुरुवार रात 8 बजे से शुक्रवार सुबह तक ही दस्तक देने की संभावना है।
120 KM की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि लैंडफॉल प्रक्रिया के दौरान अधिकतम गति 120 किमी प्रति घंटा के आसपास रहने की संभावना है। उन्होंने कहा, 'इसलिए भारी बारिश, हवा और तूफानी लहरें लैंडफॉल समय के दौरान चरम पर पहुंच जाएंगी। जो 24 अक्टूबर की रात से 25 अक्टूबर की सुबह के बीच है।
2 मीटर ऊंची उठेंगी समुद्री लहरें
जब चक्रवात दाना ओडिशा में आएगा तो राज्य को कई संकटों को सामना करना पड़ सकता है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी से भारी बारिश हो सकती है। साथ ही 2 मीटर तक ऊंची समुद्री लहरें भी उठने की संभावना है।
लगभग चार घंटे रहेगा हाई टाइड
आईएमडी सूत्रों के अनुसार, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर जिलों में हवा की गति 100-110 किमी प्रति घंटे होगी। जो बढ़कर 120 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। साथ ही भूस्खलन के दौरान अत्यधिक भारी बारिश और समुद्र में लगभार चार घंटे हाई टाइड भी रहेगा।
SDRF-NDRF की टीमें अलर्ट
पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफान के असर को देखते हुए राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा, 'हम इस समय संकट के दौर से गुजर रहे हैं। चक्रवात दाना निकट आ रहा है, लेकिन बंगाल में हमने कई तूफानों का सामना किया है और हम इसका भी सामना करेंगे और इसकी लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम को अलर्ट कर दिया गया है।
जारी की गईं गाइडलाइन
राज्यपाल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कृपया सरकार और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी सभी दिशा निर्देशों का पालन करें। उनके द्वारा बताए गए निर्देशों का पालन करें। राज्य सरकार और भारत सरकार की सभी आपदा प्रबंधन मशीनरी पूरी तरह चक्रवाती तूफान दाना से लड़ने के लिए तैयार हैं।