लैंडफॉल के बाद कहर बरपा रहा चक्रवाती तूफान 'दाना', जानिए अब तक कितना हुआ नुकसान? फ्लाइट्स और ट्रेनें सब रद्द
चक्रवाती तूफान दाना के चलते ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई जिलों में तेज हवाएं चल रहीं हैं। साथ ही भारी बारिश हो रही है। पश्चिम बंगाल और ओडिशा के मुख्यमंत्री लगातार इस तूफान के असर पर नजर बनाए हुए हैं।
चक्रवाती तूफान दाना का कहर जारी है। देर रात 12:45 बजे ओडिशा के भद्रक जिले के धामरा में चक्रवाती तूफान दाना का लैंडफॉल हुआ। लैंडफॉल के दौरान इसकी रफ्तार 120 किमी प्रति घंटा थी। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में इस वक्त 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं। ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई इलाको में बारिश जारी है।
पेड़ उखड़े और तेज हवाओं से टूटी होर्डिंग्स
दाना तूफान के टकराने के बाद ओडिशा के कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए हैं। इसकी वजह से रास्ते बंद हो गए हैं। वहीं, तेज हवाओं से होर्डिंग्स टूट गए हैं। मौसम विभाग का कहना है कि लैंडफॉल पूरा होने के बाद तटीय इलाकों में और तेज बारिश हो सकती है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में तूफान दाना से निपटने के लिए सभी सुरक्षा उपाय किए गए हैं।
ओडिशा में 14 जिलों के 10 लाख लोगों को शिफ्ट किया गया
NDRF, SDRF, जिला प्रशासन की टीमें तूफान प्रभावित इलाको में तैनात हैं। एहतियात के लिए ओडिशा के 14 जिलों के 10 लाख लोगों को शिफ्ट किया गया है। पश्चिम बंगाल में 3.5 लाख लोगों को सुरक्षित जगह भेजा गया है। तूफान की वजह से बंगाल और ओडिशा में 300 फ्लाइट्स और 552 ट्रेनें रद्द की गई हैं।
तूफान के चलते धामरा और भद्रक में भारी नुकसान
तेज हवाओं और भारी बारिश के कारण ओडिशा के धामरा और भद्रक में भारी नुकसान हुआ है। तूफान के चलते तेज हवाएं चल रहीं है। इलाके के पेड़ उखड़ गए हैं। बिजली के खंबे उखड़ गए हैं। स्थानीय लोगों को घर से बाहर न निकलने की चेतावनी जारी की गई है।
ओडिशा के कई जिलों में कर्फ्यू जैसे हालात
दाना तूफान का कुछ ही देर में ओडिशा में लैंडफॉल होने वाला है। दाना तूफान का असर दिखना शुरू हो गया है। तबाही के इस महातूफान की दहशत इतनी ज्यादा है कि रेल, फ्लाइट, बस, कार सब पर ब्रेक लग चुका है। लोग घरों में खिड़की दरवाजे बंद कर छिपे हैं। NDRF की टीमें तैनात हैं। ओडिशा के कई जिलों में हालात कर्फ्यू जैसे हैं। साइक्लोन 'दाना' को लेकर ओडिशा और पश्चिम बंगाल को अलर्ट किया गया है। अनुमान है कि चक्रवात तूफान दाना 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तट से टकराएगा।
सुबह तक जारी रहेगी लैंडफॉल की प्रक्रिया
आईएमडी ने कहा कि चक्रवात के दस्तक देने की प्रक्रिया देर रात और 25 अक्टूबर की सुबह तक जारी रहेगी। आईएमडी के अनुसार चक्रवात की दस्तक प्रक्रिया धीमी होती है, जिसमें आमतौर पर 5-6 घंटे लगते हैं। चक्रवात के दस्तक देते समय भारी बारिश, हवा और तूफानी लहरें चरम पर होंगी। चक्रवात के तट पर पहुंचने के दौरान दो मीटर ऊंची लहरें उठने का अनुमान है तथा चक्रवात 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तट से टकराएगा।
स्टेट डिजास्टर की टीम तूफान के असर को देख रहीं
पश्चिम बंगाल के साउथ 24 परगना में चक्रवाती तूफान दाना को लगातार मॉनिटर किया जा रहा है। स्टेट डिजास्टर की टीम तूफान के असर को देख रहीं हैं। सीएम ममता बनर्जी भी राज्य के अधिकारियों के साथ तूफान के असर का जायजा ले रही हैं।
देश के इन राज्यों में बारिश का अलर्ट
चक्रवाती तूफान का असर ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड और यूपी में देखा जा सकता है। पश्चिम बंगाल और ओडिशा में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होगी। बाकी अन्य राज्यों में भी बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग इन राज्यों को लेकर अलर्ट जारी किया है।