Crocodiles News: गुजरात के वडोदरा में रिहायशी इलाकों में हड़कंप मचा हुआ है। दरअसल यहां बारिश की वजह से मगरमच्छ नदियों से बाहर आ गए हैं और वह लोगों के घरों में घुसने की कोशिश कर रहे हैं। इन मगरमच्छों को पकड़ने के लिए टीमें तैनात कर दी गई हैं लेकिन फिर भी इलाके के लोग डरे हुए हैं। लोगों को डर है कि कहीं ये मगरमच्छ उनके घर में घुसकर किसी को नुकसान ना पहुंचा दें। कई जगह इन मगरमच्छों को सड़कों पर चलते देखा गया है।
इलाके के लोगों के बीच इन मगरमच्छों की तस्वीरें भी सामने आई हैं। एक तस्वीर में कुछ बाइकर्स खड़े हुए हैं और एक मगरमच्छ उनका रास्ता रोके हुए हैं। वहीं दूसरी तस्वीर में एक मगरमच्छ के पास कुछ लोग बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं।
मध्य प्रदेश से भी सामने आया था मगरमच्छ से जुड़ा मामला
हालही में मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया था। यहां चंबल नदी में नहा रहे एक 7 साल के बच्चे को मगरमच्छ ने निगल लिया था। जैसे ही ये बात ग्रामीणों को पता लगी तो उन्होंने मगरमच्छ को रस्सी से बांधकर अपने कब्जे में ले लिया था और उसके मुंह में मोटा बांस फंसा दिया था। इसके बाद ग्रामीण इस बात का इंतजार कर रहे थे कि वह मगरमच्छ बच्चे को उगल दे। वहीं इस मामले में वन विभाग का मानना था कि मगरमच्छ बच्चे को निगल नहीं सकता है, हालांकि वह हमला जरूर कर सकता है।
चंबल नदी में नहा रहा था बच्चा
श्योपुर जिले के रघुनाथपुर क्षेत्र के रीझेटा घाट पर लक्ष्मण सिंह केवट का बेटा अंतर सिंह केवट चंबल नदी में नहा रहा था। इसी दौरान एक मगरमच्छ ने उस पर हमला कर दिया था और उसे नदी के अंदर खींच ले गया था। इस घटना को वहां मौजूद कुछ लोगों ने देखा और ग्रामीणों को खबर की। ऐसे में ग्रामीण लाठी-डंडे के साथ वहां आ गए और जाल फेंककर मगरमच्छ को पकड़ लिया।
ग्रामीणों ने मगरमच्छ को पकड़ा, वन विभाग की टीम छुड़ाने पहुंची
ग्रामीणों ने मगरमच्छ को नदी से बाहर निकाला और रस्सी से बांध दिया था। इस घटना की सूचना जैसे ही वन विभाग को मिली तो वो मगरमच्छ को ग्रामीणों से छुड़ाने के लिए मौके पर पहुंची थी। लेकिन ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों से साफ कह दिया था कि जब तक मगरमच्छ बच्चे को उगलेगा नहीं, तब तक वह उसे नहीं छोड़ेंगे। ग्रामीणों का मानना है कि बच्चा मगरमच्छ के पेट में है।
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