नई दिल्ली: सेंट्रल ड्रग अथॉरिटी की एक एक्सपर्ट कमेटी ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की वैक्सीन कोवोवैक्स (Covovax) को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। इसे बच्चों के लिए तैयार किया गया है। कोवोवैक्स को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से आपात इस्तेमाल की अनुमति पहले ही मिल चुकी है। अब भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से हरी झंडी के बाद इसे भारतीय बाजार में उतारा जाएगा।
सेंट्रल ड्रग अथॉरिटी की एक्सपर्ट कमेटी ने बायोलॉजिकल ई की वैक्सीन कोर्बेवैक्स (Corbevax) को भी कुछ निश्चित शर्तों के साथ इस्तेमाल की मंजूरी दी है। इसके साथ ही कोविड रोधी गोली मोलनुपिरवीर के निर्माण और उसकी बिक्री करने की अनुमति देने की सिफारिश भी की है। सभी सिफारिशों को अंतिम मंजूरी के लिए भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) के पास भेज दिया गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया, 'सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) की कोविड-19 पर विषय विशेषज्ञ कमेटी (SEC) ने सोमवार को दूसरी बार इमरजेंसी यूज की इजाजत के लिए आए आवेदन की समीक्षा की और काफी विचार-विमर्श के बाद कोवैक्स को इमरजेंसी यूज के लिए मंजूरी देने की सिफारिश की।
कोवोवैक्स वैक्सीन को सीरम इंस्टीच्यूट ने नोवावैक्स कंपनी के साथ मिलकर तैयार किया है। यूरोपीय मेडिसीन एजेंसी की तरफ से भी शर्तों के साथ इसे बेचने का अप्रूवल मिल चुका है। इसके साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से भी इसे इमरजेंसी यूज की मंजूरी मिल चुकी है।
आपको बता दें कि डीसीजीआई दफ्तर ने 17 मई को SII को कोवोवैक्स के निर्माण और स्टॉक की इजाजत दी थी। डीसीजीआई की मंजूरी के आधार पर, पुणे स्थित फर्म ने अब तक वैक्सीन की खुराक का निर्माण और स्टॉक किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 17 दिसंबर को कोवोवैक्स को इमरजेंसी यूज की इजाजत दी थी।
कोवोवैक्स वैक्सीन को 2 से 8 °C के तापमान में रखा जा सकता है। इस वैक्सीन का ज्यादा असर तब होगा जब इसकी 2 डोज दी जाएंगी। इसके सेकेंड और थर्ड ट्रायल के अच्छे नतीजे आने के बाद ही इस्तेमाल की हरी झंडी दी गई है।
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