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Hindi News भारत राष्ट्रीय सबसे ज्यादा खतरनाक है ओमिक्रॉन का सब-वैरिएंट BF.7, कोविड वैक्सिन इस पर कितना असरदार, जानें सबकुछ

सबसे ज्यादा खतरनाक है ओमिक्रॉन का सब-वैरिएंट BF.7, कोविड वैक्सिन इस पर कितना असरदार, जानें सबकुछ

इस वैरिएंट के आने से ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि शायद दुनिया को चौथी लहर का सामना करना पड़े। इस वैरिएंट को सबसे पहले चीन में देखा गया था। भारत के गुजरात में इस वैरिएंट का पहला मामला देखा गया है।

भारत के गुजरात में BF.7 वैरिएंट का पहला मामला देखा गया है।- India TV Hindi भारत के गुजरात में BF.7 वैरिएंट का पहला मामला देखा गया है।

दुनियाभर में एक बार फिर कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। भारत भी कोविड वायरस की संभावित लहर से लड़ने के लिए तैयार है। BF.7 ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट चीन जैसे देशों में मौत का तांडव कर रहा है। इस वैरिएंट ने बाकि दुनिया में भी खूब कहर बरपा रखा है। इसे ओमिक्रॉन स्पॉन भी कहा जाता है, BF.7 सब-वैरिएंट, पहली बार सितंबर में भारत में पाया गया था, यह उसी का नया रूप है जो अब तक सबसे ज्यादा तेजी से फैलने वाला वैरिएंट है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह वैरिएंट सबसे पहले आपके इम्यूनिटी सिस्टम को खत्म कर देता है। यदि वैक्सिन के सभी डोज लग चुके हैं तो फिर भी यह वैरिएंट सबसे पहले इंसान के इम्यूनिटी सिस्टम पर वार करता है और उसे बिल्कुल खत्म कर देता है। इस वैरिएंट के आने से ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि शायद दुनिया को चौथी लहर का सामना करना पड़े। इस वैरिएंट को सबसे पहले चीन में देखा गया था। भारत के गुजरात में इस वैरिएंट का पहला मामला देखा गया है।

Image Source : PTIBF.7 ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट चीन जैसे देशों में मौत का तांडव कर रहा है।

इस वैरिएंट से संक्रमित इंसान 18 लोगों में कोरोना फैला सकता है

एक्पर्ट्स ने बताया कि इस नए वैरिएंट BF.7 की R0 वैल्यू 10 से 18.6 है। यानी इस वैरिएंट से संक्रमित एक व्यक्ति औसतन 10 से 18 लोगों को संक्रमित कर सकता है। WHO के अधिकारियों का मानना है कि ये अब तक के सभी वैरिएंट में सबसे ज्यादा है। इससे पहले डेल्टा की R0 वैल्यू 6-7 और अल्फा की R0 वैल्यू 4-5 थी। आपको जाकर ये हैरानी होगी कि चीन में जिस हिसाब से कोरोना फैल रहा है उस हिसाब से अगले कुछ महीनों में 80 करोड़ लोग कोरोना संक्रमित हो सकते हैं। 

इस वैरिएंट की डेथ रेट कितनी है? 

अब तक WHO ने सबसे खतरनाक वैरिएंट डेल्टा वैरिएंट को बताया था। डेल्टा की लहर के दौरान देश में हर रोज औसतन 6 हजार लोगों की मौत हो रही थी। ऐसे में BF.7 से रोज डेल्टा वैरिएंट से भी ज्यादा मौत होने की आशंका है। चीन में इस वैरिएंट ने हाहाकार मचा दी है। चीन ने 19 दिसंबर को कोरोना से 7 मौत होने की ही पुष्टि की है लेकिन एक्सपर्ट्स के मुताबिक चीन मौत के आंकड़ों को छुपा रहा है। जबकि हकिकत ये है कि बीजिंग के श्मशानों में 24 घंटे अंतिम संस्कार किए जा रहे हैं। BF.7 का असली डेथ रेट पता करना अभी तो मुश्किल है लेकिन यह तय है कि इसकी डेथ रेट डेल्टा से भी ज्यादा है।

Image Source : INDIATVBF.7 और अन्य नए वैरिएंट का आना चिंताजनक है। 

अब तक इन देशों में फैला यह वायरस

BF.7 वैरिएंट का पहला केस चीन के इनर मंगोलिया में मिला था। अब तक ये वायरस भारत, अमेरिका, यूके, बेल्जियम, जर्मनी, फ्रांस, डेनमार्क समेत कई यूरोपीय देशों में फैल चुका है। भारत में यह वायरस सितंबर में ही आ गया था। वडोदरा में एक NRI महिला में इसके लक्षण मिले थे। बाद में महिला ठीक हो गई थी। इसके अलावा दो अन्य केस अहमदाबाद और 1 ओडिशा में भी मिले थे। 

BF.7 वैरिएंट से संक्रमित शख्स में क्या लक्षण दिखाई देते हैं?

नए बीएफ.7 सब-वैरिएंट के लक्षण सामान्य फ्लू के समान हैं और इसमें सर्दी, खांसी, बुखार, शरीर में दर्द आदि शामिल हैं। चूंकि यह अत्यधिक संक्रामक है, यह कम अवधि के भीतर लोगों के एक बड़े समूह में फैल जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि सार्वजनिक स्थानों पर सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है, हम देखते हैं कि लोग थोड़े लापरवाह हो गए हैं क्योंकि कोविड-19 के दौरान बनाए गए कई नियमों को हटा दिया गया है। इसलिए, अब यह महत्वपूर्ण है कि हम कम से कम बुनियादी उपायों का पालन करें।

कोविड वैक्सीन का कितना असरदार

Image Source : INDIATVBF.7 वैरिएंट कोरोना के स्पाइक प्रोटीन में एक खास म्यूटेशन से बना है।

विशेषज्ञों का कहना है कि BF.7 वैरिएंट कोरोना के स्पाइक प्रोटीन में एक खास म्यूटेशन से बना है, जिसका नाम R346T है। इसी म्यूटेशन की वजह से इस वैरिएंट पर एंटीबॉडी का असर नहीं होता। यही वजह है कि यह वैक्सीन को भी चकमा देने में माहिर है। BF.7 और अन्य नए वैरिएंट का आना चिंताजनक है, लेकिन टीकाकरण अभी भी सबसे अच्छा हथियार है।

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