नई दिल्ली: क्या ओमीक्रोन डेल्टा से ज्यादा खतरनाक है? इसका जवाब स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि Omicron वेरिएंट 5 गुना ज्यादा तेजी से फैल सकता है। मंत्रालय ने बताया कि Omicron वेरिएंट पहली बार 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका तथा बोत्सवाना में दर्ज किया गया और 26 नवंबर को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे वेरिएंट ऑफ कंसर्न बताया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अबतक 29 देशों में 373 केस दर्ज किए जा चुके हैं और हमारे देश में इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, नीदरलैंड जैसे देशों में अधिक मामले हैं। इस वेरिएंट के बारे में कहा जा रहा है कि यह ज्यादा संक्रमण फैलाता है हालांकि इसपर और तथ्य आना अभी बाकी है।
मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, "हो सकता है कि यह पुराने वेरिएंट के मुकाबले 5 गुना ज्यादा तेजी से संक्रमण फैलाता हो, इसकी म्यूटेशन की संभावना मौजूदा वेरिएंट से दोगुना से भी ज्यादा बताई जा रही है। हो सकता है यह बीटा या डेल्टा वेरिएंट की जगह यह ज्यादा तेजी से फैलता हो।"
वहीं, एक अध्ययन में यह पाया गया कि सार्स-सीवोवी-2 के मूल और शुरुआती स्वरूपों की तुलना में डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने का ज्यादा खतरा रहता है। तो क्या Omicron डेल्टा की जगह लेगा? हालांकि यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि Omicron डेल्टा से ज्यादा शक्तिशाली है। ओमीक्रोन में कुछ उत्परिवर्तन डेल्टा वेरिएंट के हैं लेकिन इसमें अन्य वेरिएंट के भी म्यूटेशन हैं जो कि बिल्कुल अलग है।
एक खास कारण से अनुसंधान समुदाय Omicron को लेकर चिंतित है क्योंकि इसमें रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन में 10 म्यूटेशन है (स्पाइक प्रोटीन का वह हिस्सा जो कोशिकाओं में प्रवेश में मध्यस्थता की भूमिका निभाता है) जबकि डेल्टा वेरिएंट में ये सिर्फ दो ही थे। इस बात की ज्यादातर आशंकाएं हैं कि Omicron वेरिएंट सार्स-सीओवी-2 का अंतिम वेरिएंट नहीं है और इसके और भी वेरिएंट आने की आशंकाएं हैं और कोविड-19 के प्रसार के मद्देनजर ऐसे वेरिएंट भी सामने आ सकते हैं जो डेल्टा से ज्यादा संक्रामक हों।
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