नई दिल्ली: देश में कोरोना के मामले में एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक ताजा मामलों में उछाल की वजह जेएन वन सब वैरिएंट है। इस सब वैरिएंट के चलते संक्रमण तेजी से फैलता है। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 21 मई के बाद सबसे अधिक 614 मामले दर्ज किए गए जिससे एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 2,311 हो गई।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज जारी किए गए अपडेटेड आंकड़ों के अनुसार, केरल में बीते 24 घंटों में तीन मरीजों की मौतों से मृतकों की संख्या बढ़कर 5,33,321 हो गयी है जबकि देश में कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या 4.50 करोड़ (4,50,05,978) है। आंकड़ों के अनुसार, इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,44,70,346 हो गयी है और स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.81 प्रतिशत है। संक्रमण से जान गंवाने की दर 1.19 फीसदी है। मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, देश में अभी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत 220.67 करोड़ खुराक दी गयी हैं।
मांडविया सतर्क रहने की जरूरत है, घबराने की नहीं: मांडविया
देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के बीच केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को स्वास्थ्य प्रतिष्ठानों की तैयारियों का जायजा लिया और साथ ही राज्यों से सतर्कता बरतने तथा निगरानी बढ़ाने की अपील की। स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्र की ओर से राज्यों को हर प्रकार का सहयोग मिलने का आश्वासन दिया और कहा, ‘‘ हमें सतर्क रहने की जरूरत है, घबराने की नहीं।’’ मंत्री ने कहा कि अस्पताल की तैयारियों के लिए ‘मॉक ड्रिल’ करना, निगरानी बढ़ाना और लोगों से बातचीत जरूरी है।
उन्होंने हर तीन माह में सभी अस्पतालों में ‘मॉक ड्रिल’ करने की जरूरत पर जोर दिया । साथ ही राज्यों से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि त्योहारों से पहले सर्दी के मौसम में एहतियाती कदम उठाए जाएं। मांडविया ने कहा,‘‘ हमारी तैयारियों में कोई ढिलाई नहीं होनी चाहिए। स्वास्थ्य कोई राजनीति का क्षेत्र नहीं है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय हर तरह की मदद के लिए तैयार है। मांडविया ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों तथा अतिरिक्त मुख्य प्रधान सचिवों (स्वास्थ्य) के साथ ऑनलाइल माध्यम से समीक्षा बैठक की। (इनपुट-भाषा)
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