फिर लौटा Corona का कहर: नाइट कर्फ्यू, कंटेनमेंट जोन से लेकर लॉकडाउन... वैक्सीन नहीं तो सैलरी नहीं, लागू होगी कई पाबंदियां
देश में ओमिक्रॉन अब 300 के करीब पहुंच चुका है। हर दिन नए मामलों में इजाफा हो रहा है। वहीं, अब देश में तीसरी लहर की आशंका पुख्ता हो चला है। केंद्र ने राज्यों को अलर्ट भेजा है और 10 फीसदी से अधिक संक्रमण वाले क्षेत्रों में पाबंदी लगाने के निर्देश दिये हैं। यानी देश अब फिर से लॉकडाउन की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है।
Highlights
- केंद्र का राज्यों को निर्देश- 10 फीसदी से अधिक संक्रमण वाले क्षेत्रों पर लगाएं पाबंदी
- देश तीसरी लहर की ओर
- कई राज्यों सरकारों ने उठाए सख्त कदम
नयी दिल्ली: देश में Omicron वेरिएंट संक्रमितों की कुल संख्या 270 के पार हो चुका है। कोरोना की पहली और दूसरी लहर के बाद अब देश में फिर से तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। देश में लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू लगाए जाने को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी है। केंद्र ने राज्यों को सख्त निर्देश दिए हैं कि जहां 10 फीसदी से अधिक कोरोना संक्रमितों की दर है, वहां नाइट कर्फ्यू लागू किया जाए और कंटेंटमेंट जोन बनाया जाए। केंद्र द्वारा राज्यों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि ओमिक्रॉन डेल्टा की तुलना में तीन गुना ज्यादा संक्रामक है। एक्सपर्ट्स की माने तो जनवरी-फरवरी में कोरोना की तीसरी लहर ओमिक्रॉन की वजह से आ सकती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कोरोना के नए क्लस्टर्स से सभी नमूनों की जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे जाने का निर्देश दिया है। रोकथाम के लिए सभा, सार्वजनिक आयोजनों पर प्रतिबंध और नाइट कर्फ्यू जैसे उपाय करने को भी कहा है। वहीं, पिछले दिनों दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने राजधानी में सभी सक्रिय मामलों की जीनोम सिक्वेंसिंग कराए जाने के आदेश दिए हैं। दिल्ली में भी कोरोना के मामले अब सौ से अधिक दर्ज किये जा रहे हैं।
हरियाणा: वैक्सीन नहीं तो सार्वजनिक स्थानों पर जाने की नहीं मिलेगी इजाजत
वहीं, ओमिक्रॉन का कहर 17 से अधिक राज्यों तक पहुंच चुका है। राज्य भी अब बढ़ते मामलों को लेकर सख्ती की ओर बढ़ रहे है। कई राज्यों ने सरकारी कर्मचारियों को वैक्सीन ना लिए जाने पर सैलरी रोकने तक की बात कही है। वहीं, कुछ राज्यों ने वैक्सीन की दोनों डोज ना लेने वाले को बस, मॉल जैसे सार्वजनिक जगहों पर जाने पर पाबंदी लगाने के आदेश दिये हैं। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा है कि जिन लोगों का पूर्ण टीकाकरण नहीं हुआ है उन्हें एक जनवरी के बाद से सार्वजनिक स्थानों पर जाने की इजाजत नहीं होगी। वैक्सीन की दोनों डोज लिये बिना मैरिज हॉल, होटल, बैंक, किसी भी मॉल, कोई भी सरकारी कार्यालय और बसों में जाने पर पाबंदी रहेगी। हरियाणा में भी ओमिक्रॉन का मामला आ चुका है। वहीं, गुरूग्राम सौ फीसदी वैक्सीन करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।
पंजाब: वैक्सीन नहीं तो सैलरी नहीं
पंजाब सरकार की तरफ से भी सरकारी कर्मियों के लिए आदेश जारी किया गया है। कहा गया है कि नए साल से सैलरी के लिए कोरोना वैक्सीन डोज की सर्टिफिकेट अपलोड करनी होगी। नहीं तो सैलरी रोकी जाएगी।
महाराष्ट्र: सार्वजनिक स्थान पर जाने के वैक्सीन की दोनों डोज अनिवार्य
महाराष्ट्र सरकार की तरफ से भी बढ़ते ओमिक्रॉन के मामले को लेकर सख्ती बरती गई है। सरकार ने निर्देश जारी किया है कि वैक्सीन की दोनों डोज लेने वालों को ही पब्लिक प्लेस पर जाने की इजाजत होगी। ठाकरे सरकार ने बॉम्बे हाईकोर्ट को बताया है कि यदि वो बिना वैक्सीन लेने वाले लोगों को यात्रा और सार्वजनिक स्थानों पर जाने की इजाजत देती है तो ये 'सुपर स्प्रेडर' साबित हो सकता है। वहीं, नासिक में वैक्सीन नहीं लेने वाले पर यात्रा में पाबंदी लगा दी गई है। यहां तक कि एक डोज लेने वालों को भी अनुमति नहीं मिलेगी। बता दें कि सबसे ज्यादा 65 मामले महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के आ चुके हैं। वहीं, तमिलनाडु में आज 33 नए मामले मिले हैं। दिल्ली में 64 केस दर्ज किये गए हैं।
विदेशों में कोरोना से कोहराम
यूके में एक दिन में कोरोना के एक लाख से ज्यादा कोविड पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। जबकि पिछले सप्ताह कोरोना के अधिकतम केस 93,045 थे। पूरे कोरोना काल में यूके में ये पहली बार है जब कोरोना संक्रमितों का दैनिक आंकड़ा एक लाख पार चला गया। वहीं, यूएस सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने कहा है कि बीते सप्ताह के सीक्वेंसिंग डेटा के आधार पर ओमिक्रोन वेरिएंट से 73% अमेरिकी संक्रमित हैं। अमेरिका में ओमिक्रॉन से एक मौत भी हो चुकी है जबकि ब्रिटेन में 12 लोगों ने जान गंवाई है। चीन के शिआन में लाॉकडाउन लागू कर दिया गया है।
देश अब तीसरी लहर के बीच
देश में दिसंबर के मध्य से कोविड-19 की तीसरी लहर शुरू हो गई है और यह अगले साल फरवरी में अपने चरम पर पहुंच सकती है। भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा किए गए कई अध्ययनों में सामने आए निष्कर्षो से यह जानकारी सामने आई है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), कानपुर के शोधकर्ताओं की एक टीम के नेतृत्व में किए गए अध्ययन ने गॉसियन डिस्ट्रीब्यूशन के मिश्रण की फिटिंग के आधार पर एक सांख्यिकीय पद्धति का उपयोग किया है, जो कि मापदंडों का अनुमान लगाने के लिए क्लस्टरिंग के लिए एक एल्गोरिथ्म पर आधारित है। हालांकि अभी तक इस स्टडी की पूर्ण रूप से समीक्षा की जानी बाकी है। वहीं, देश की राजधानी दिल्ली समेत कई अन्य राज्यों में अचानक कोविड के दैनिक मामलों में उछाल आ गया है। जिससे थर्ड वेब की आशंका पुख्ता दिखाई दे रहा है।