Corbevax Vaccine: केंद्र सरकार ने बुधवार को बायोलॉजिकल ई के टीके कार्बेवैक्स (Corbevax) को 18 साल से अधिक उम्र के वयस्कों के लिए कोविशील्ड या कोवैक्सिन की दो खुराक के साथ एहतियाती खुराक के रूप में उपयोग की मंजूरी दे दी। एक सूत्र ने इसकी जानकारी दी।
24 घंटों में 16,047 नए कोविड-19 मामले दर्ज
सूत्र के मुताबिक, कोवैक्सीन या कोविशील्ड टीकों की दूसरी खुराक के प्रशासन की तारीख से 6 महीने या 26 सप्ताह पूरे होने के बाद कार्बेवैक्स वैक्सीन को एहतियाती खुराक के रूप में माना जाएगा। इस बीच, भारत ने बुधवार को पिछले 24 घंटों में 16,047 नए कोविड-19 मामले दर्ज किए। इसी अवधि में 54 अतिरिक्त मौतें हुईं, जिससे देशभर में मरने वालों की संख्या 5,26,826 हो गई।
कोवैक्सीन या कोविशील्ड में से कोई भी टीका लगा व्यक्ति कॉर्बेवैक्स की बूस्टर डोज को लगवा सकता है
बता दें कि कॉर्बेवैक्स देश का पहला टीका है जो पहली और दूसरी खुराक के तौर पर दिए गए टीके से अलग बतौर एहतियाती खुराक दिया जाएगा। यानी जिस व्यक्ति ने कोवैक्सीन या कोविशील्ड में से कोई भी टीका लिया है वह कॉर्बेवैक्स की बूस्टर डोज को लगवा सकता है। गौरतलब है कि भारत के पहले स्वदेशी आरबीडी प्रोटीन सबयूनिट टीका कॉर्बेवैक्स का इस्तेमाल मौजूदा समय में कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के तहत 12 से 14 वर्ष आयु के बच्चों को लगाने के लिए किया जा रहा है। दरअसल, Drugs Controller General of India (GCGI) ने 4 जून को तीसरी खुराक के तौर पर कॉर्बेवैक्स को 18 या इससे अधिक आयु के लोगों को लगाने की अनुमति दी थी।
कॉर्बेवैक्स बड़े स्तर बनाता है एंटीबॉडी
कोविड-19 वर्क ग्रुप ने जुलाई की बैठक में तीसरे स्टेज के आंकड़ों की समीक्षा की। इसमें 18 से 80 वर्ष आयु के कोविड-19 नेगेटिव ऐसे लोगों को जिन्होंने पहली दो खुराक कोविशील्ड या कोवैक्सीन की ली थीं, कॉर्बेवैक्स टीका तीसरी खुराक के तौर पर दिए जाने के बाद उनकी प्रतिरोधक क्षमता पर होने वाले असर का आकलन किया गया था। सूत्रों ने बताया, आंकड़ों का परीक्षण करने के बाद CWG ने पाया कि पहली और दूसरी खुराक के तौर पर कोवैक्सीन या कोविशील्ड लेने वालों को कॉर्बेवैक्स तीसरी खुराक के तौर पर दिया जा सकता है, जो शरीर में बड़े स्तर पर एंटीबॉडी बनाता है।
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