नई दिल्ली: कांग्रेस के महासचिवों एवं प्रदेश प्रभारियों की शनिवार को बैठक हुई, जिसमें पार्टी के सदस्यता अभियान, विभिन्न मुद्दों पर आंदोलनों की रूपरेखा और मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि 31 मार्च को महंगाई के खिलाफ कांग्रेस का देशव्यापी आंदोलन होगा। साथ ही बैठक में थाली बजाओ, महंगाई भगाओ का नारा दिया गया।
पार्टी के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कांग्रेस मुख्यालय में हुई इस बैठक की अध्यक्षता की। कई घंटे चली इस बैठक में संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, उत्तरप्रदेश महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, कर्नाटक महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला, अविनाश पांडेय, पीएल पूनियां, हरीश चौधरी, मुकुल वासनिक, अजय माकन, पवन कुमार बंसल, शकयी सिंह गोहिल, तारिक अनवर, अजॉय कुमार सहित कई अन्य नेता मौजूद रहे।
बैठक के बाद प्रियंका गांधी ने फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘कांग्रेस महासचिवों एवं राज्य के प्रभारियों की बैठक में सदस्यता अभियान एवं जनता के मुद्दों पर आंदोलन को लेकर चर्चा में अपने विचार रखे।’’ यह बैठक हालिया विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार और ‘जी 23’ समूह की बढ़ी हुई सक्रियता की पृष्ठभूमि में हुई है।
वहीं बैठक को लेकर उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा- कांग्रेस महासचिव एवं राज्य के प्रभारियों की बैठक में सदस्यता अभियान एवं जनता के मुद्दों पर आंदोलन की चर्चा में अपने विचार रखें। बैठक में निर्णय लिया गया कि 31 मार्च को महंगाई के खिलाफ कांग्रेस का देशव्यापी आंदोलन होगा। इसके साथ ही 2-4 अप्रैल को ब्लॉक व जिला स्तर पर प्रदर्शन होगा। साथ ही 7 अप्रैल को प्रदेश की राजधानी में प्रदर्शन होगा।
कांग्रेस के सभी राज्यों के प्रभारियों ने इस बैठक में अपने राज्यों की रिपोर्ट सौंपी। ये रिपोर्ट और बैठक खासतौर पर चुनावी राज्यों के प्रभारी और जिन 5 राज्यों में कांग्रेस पार्टी की हार हुई है। दरअसल, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी 26 मार्च को पार्टी के महासचिवों और प्रदेश प्रभारियों के साथ एक बैठक कर मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई। इस बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने की।
कांग्रेस मुख्यालय में हुई बैठक में सभी राज्यों के प्रभारी अपनी-अपनी फीडबैक रिपोर्ट बनाने में जुट गए हैं। उत्तराखंड, पंजाब, उत्तरप्रदेश, मणिपुर और गोवा में कांग्रेस पार्टी को जिस तरह से हार का सामना करना पड़ा उसके बाद इस बैठक को बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि जल्द ही इन राज्यों में कांग्रेस पार्टी नय प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति होगी।
दरअसल, इन सबके बीच पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी हालात पर नजर बनाए हुए हैं और उन्होंने पार्टी नेताओं से मौजूदा हालात को लेकर एक बैठक करने को कहा था। माना जा रहा है उसके आधार पर प्रदेश में नय अध्यक्ष की नियुक्ति और संगठन में फेरबदल किये जायेंगे।
हालांकि शनिवार को हुई इस बैठक से पहले हरियाणा के भी तमाम नेताओं ने शुक्रवार को दिल्ली पहुंचक राहुल गांधी से मुलाकात की। आपसी तनातनी और मनमुटाव को लेकर आलाकमान को शिकायत की। वहीं इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हिमाचल प्रदेश के पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मंगलवार शाम एक बैठक की थी, जिसमें आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई थी।
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