नई दिल्ली: शुक्रवार 19 मई को रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के एक निर्देश ने साल 2016 की याद दिला दी। RBI ने 2000 रुपये के नोट को वापस लेने की घोषणा कर दी है। रिजर्व बैंक ने लोगों को 23 मई से 30 सितंबर तक का समय दिया है, इस बीच आप बैंक में जाकर नोट बदल सकते हैं। वहीं अब इस फैसले को लेकर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा है कि वह केंद्र सरकार द्वारा 2000 रुपये के नोट को चलन से वापस लेने के फैसले से खुश हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने जो गलती की थी उसे सुधारने में सात साल लग गए।
'उम्मीद है किसरकार बाजार में 1000 रुपये के नोट को फिर से पेश करेगी'
पूर्व केंद्रीय मंत्री चिदंबरम ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत सरकार बाजार में 1000 रुपये के नोट को फिर से पेश करेगी और कहा कि 1000 रुपये और 500 रुपये के नोटों को वापस लेना एक बड़ी गलती थी और देश के लोगों ने इसे स्वीकार नहीं किया था। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि विपक्ष ने तब बाजार में 2000 रुपये के नोटों को पेश करने का जोरदार विरोध किया था।
2000 का नोट बाजार में लाना सरकार की एक बड़ी गलती थी
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने तब दावा किया था कि 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोट काले धन के चलन में हैं, इसलिए उन नोटों को वापस ले लिया और 2000 रुपये के नए नोट पेश किए जो न केवल एक गलती थी बल्कि जल्दबाजी में उठाया गया कदम था। पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि भारत सरकार के कदम ने आम आदमी को भ्रमित कर दिया है।
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