कोयंबटूर कार ब्लास्ट: मुबीन को पता था वह मरने वाला है, कई बड़े विस्फोटों की थी प्लानिंग?
कोयंबटूर में जिस कार में ब्लास्ट हुआ था उसे जेमिशा मुबीन नाम का शख्स चला रहा था। धमाके में मुबीन की भी मौत हो गई थी।
कोयंबटूर: तमिलनाडु के कोयंबटूर में 23 अक्टूबर को एक कार में हुये ब्लास्ट के सिलसिले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इस मामले में आरोपियों पर अन्य धाराओं के साथ-साथ UAPA के तहत भी केस दर्ज किया है। बता दें कि जिस कार में विस्फोट हुआ था उसे जेमिशा मुबीन नाम का शख्स चला रहा था। धमाके में मुबीन की भी मौत हो गई थी। उसके वॉट्सऐप स्टैटस से पता चला है कि वह पहले से जानता था कि उसकी मौत होने वाली है। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि आरोपी कई बड़े विस्फोटों की प्लानिंग कर रहे थे लेकिन उनकी योजना अंजाम तक नहीं पहुंच पाई।
NIA ने 2019 में कुछ आरोपियों से की थी पूछताछ
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किये गये पांचों लोगों की पहचान मोहम्मद तलका, मोहम्मद अजहरुद्दीन, मोहम्मद रियाज, फिरोज इस्माइल तथा मोहम्मद नवाज इस्माइल के रूप में की गयी है, और इन सभी की उम्र 20 से 30 साल के बीच है। आरोपियों में से कुछ के साथ NIA 2019 में पूछताछ कर चुकी है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि हादसे में मारे गये जेमिशा मुबीन का मोहम्मद अजहरुद्दीन के साथ कोई संपर्क तो नहीं है। अजहरुद्दीन पर 2019 में श्रीलंका के चर्च में इस्टर पर हुये हमले का आरोप है, जिसमें 250 लोगों की मौत हो गयी थी।
मुबीन के घर से भारी मात्रा में मिले थे विस्फोटक
मुबीन के घर से 75 किलो पोटाशियम नाइट्रेट और अलमुनियम पाउडर बरामद किया गया था। पुलिस ने इससे पहले कहा था कि इन केमिकल्स का इस्तेमाल देसी बम बनाने में किया जाता है। पकड़े गये 3 लोग CCTV फुटेज में मुबीन के साथ पहले देखे गये थे। गाड़ी में 2 एलपीजी सिलेंडर रखे हुये थे और साथ में छोटे ड्रम भी थे, जिन्हे फॉरेंसिक जांच के लिये भेजा गया है। पुलिस के मुताबिक, 5 में से 3 लोगों मुबीन की मदद करने के लिये, एक अन्य को उनके बीच को-ऑर्डिनेशन के लिये जबकि एक शख्स को कार उपलब्ध कराने के लिये गिरफ्तार किया गया है।
बीजेपी ने स्टालिन सरकार पर साधा निशाना
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने घटना के पीछे ‘खुफिया तंत्र की नाकामी’ का आरोप लगाया है। अन्नामलाई ने कहा कि उन्होंने रविवार की घटना को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री को यह बात मानने में कितना समय लगेगा कि खुफिया तंत्र नाकाम रहा। उसमें पेशेवर लोगों को वापस लाया जाए। गृह विभाग के पास 2021 से पहले अच्छे पेशेवर कर्मी थे जो आतंकवाद निरोधक कार्रवाई में सक्षम होते थे।’ DMK 2021 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता में आई थी और मुख्यमंत्री एम के स्टालिन गृह विभाग की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं।