गिरफ्तारी के 9 साल बाद फिर चर्चा में क्यों आया छोटा राजन, दाउद इब्राहिम गैंग का है दुश्मन नंबर-1
दाउद इब्राहिम गैंग का सबसे बड़ा दुश्मन माने जाने वाले नाम छोटा राजन एक बार फिर चर्चा में है। इस बार चर्चा में दो तस्वीरें हैं।
छोटा राजन.... ये नाम तो आपने जरूर सुना होगा। ये नाम एक बार फिर चर्चा में है और वजह है उसकी 2 तस्वीरें... अंडरवर्ल्ड की दुनिया का डॉन छोटा राजन की तस्वीर हाल ही में दुनिया के सामने आई है। साल 2015 में छोटा राजन भारतीय खुफिया एजेंसियों के हाथ लगा था, उसके बाद यानी 9 साल बाद यह छोटा राजन की पहली तस्वीर है। हालांकि जो तस्वीर सामने आई है वह साल 2020 की हैं, जब मीडिया में यह खबर सामने आई थी कि अंडरवर्ल्ड डॉन की कोरोना से मौत हो गई है।
कब की है ये फोटो?
छोटा राजन की जो तस्वीरें सामने आईं है वह कोविड-19 महामारी के दौर की है, इसी दौरान मीडिया में खबर आई थी कि छोटा राजन की कोविड-19 से मौत हो गई है। छोटा राजन की पहली फोटो एंबुलेंस की है, जबकि दूसरी एम्स में एडमिट के दौरान की है। खबरों के मुताबिक, फिलहाल छोटा राजन दिल्ली की हाई सिक्योरिटी जेल तिहाड़ में जेल नंबर-2 में बंद है। जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी इसी यानी जेल नंबर-2 में बंद हैं।
ये है असली नाम
गौरतलब है छोटा राजन का असली नाम राजेंद्र सदाशिव निखलजे है। इसका जन्म मुंबई के चेंबूर के तिलक नगर बस्ती में हुआ था। छोटा राजन स्कूल छोड़ने के बाद से ही बंबई यानी मुंबई में फिल्म टिकट ब्लैक करता था। इसके बाद वह राजन नायर गैंग में शामिल हुआ। बता दें कि अंडरवर्ल्ड की दुनिया में नायर को 'बड़ा राजन' के नाम से जाना जाता था और समय के साथ राजेंद्र (छोटा राजन) बड़ा राजन का करीबी बना, फिर उसकी मौत के बाद उसी गैंग का बॉस बन गया।
दाउद का सबसे बड़ा दुश्मन है राजन
छोटा राजन को दाउद इब्राहिम और छोटा शकील से जेल के अंदर और बाहर दोनों जगह कई बार धमकियां मिल चुकी हैं। पर ऐसा पहले नहीं था, एक समय था जब छोटा राजन मोस्ट वांटेड अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम का सबसे करीबी गुर्गा माना जाता था। साल 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट ने छोटा राजन को दाउद से पूरी तरह अलग कर दिया। इसके बाद दोनों में खूब कत्लेआम हुए, राजन और इब्राहिम की दुश्मनी के कारण मुंबई, दुबई और नेपाल में कई लोगों के कत्ल हुए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दाउद का खास गुर्गा छोटा शकील आज भी छोटा राजन पर हमला करने की फिराक में रहता है।
कैसे हुआ था गिरफ्तार?
छोटा राजन जो हर बार किसी न किसी पैंतरे से बच जाता था, फंसा भी तो एक फोन कॉल से। छोटा राजन हमेशा VOIP नंबर के जरिए कॉल करता था, लेकिन उस दिन उसने वाट्सऐप के जरिए अपने एक नजदीकी का हालचाल जानने के लिए कॉल किया। इसी कॉल को सुरक्षा एंजेंसियों ने टैप कर लिया और अलर्ट हो गईं। फोन पर राजन ने कहा था कि वह आस्ट्रेलिया में सेफ नहीं है, इसीलिए जल्द ही यहां से वह निकल जाएगा। इसके बाद एंजेंसियों ने इंटरपोल से संपर्क किया जिसके बाद वह भी अलर्ट हो गईं।
25 अक्टूबर 2015 को ऑस्ट्रेलियन फेडेरल पुलिस को पता चला कि एक इंडियन शख्स बाली जा रहा है, फेडरल पुलिस ने इंटरपोल के जरिए बाली इमिग्रेशन डिपार्टमेंट को जानकारी दी और छोटा राजन का प्लेन जैसे ही बाली पहुंचा, उसे पकड़ लिया गया। फिर उसे इंडिया लाया गया। गिरफ्तारी के समय राजन काफी डरा हुआ था, उसने खुद की जान को लेकर खतरा बताया था, उसने कहा था कि डी कंपनी उसकी जान के पीछे पड़ी हुई है। इसके बाद राजन को तिहाड़ जेल भेज दिया गया।
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