A
Hindi News भारत राष्ट्रीय जाको राखे साईंया मार सके ना कोय: मां ने 3 बच्चों के साथ ट्रेन के सामने कूदकर जान दी लेकिन 8 महीने के बच्चे को खरोंच तक नहीं आई

जाको राखे साईंया मार सके ना कोय: मां ने 3 बच्चों के साथ ट्रेन के सामने कूदकर जान दी लेकिन 8 महीने के बच्चे को खरोंच तक नहीं आई

चंदौली में पारिवारिक झगड़े को लेकर महिला ने अपने तीन बच्चों के साथ ट्रेन के सामने छलांग लगा दी। ट्रेन की चपेट में आकर महिला सहित दो बच्चों की मौत हो गई। ट्रेन की पटरियों के बीच 8 महीने का बच्चा सुरक्षित बच गया।

Chandauli- India TV Hindi Image Source : INDIA TV मां की मौत लेकिन 8 महीने के अंकित को खरोंच भी नहीं आई

चंदौली: एक कहावत है कि जाको राखे साईंया मार सके ना कोय। यानी जिसके साथ ईश्वर होता है उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। ऐसा ही एक मामला यूपी के चंदौली से सामने आया है, जहां एक मां ने अपने 3 बच्चों के साथ ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी लेकिन उसके 8 महीने के बच्चे को खरोंच तक नहीं आई। 

क्या है पूरा मामला

चंदौली में पारिवारिक झगड़े को लेकर महिला ने अपने तीन बच्चों के साथ ट्रेन के सामने छलांग लगा दी। ट्रेन की चपेट में आकर महिला सहित दो बच्चों की मौत हो गई। जबकि ट्रेन की पटरियों के बीच 8 महीने का बच्चा सुरक्षित बच गया। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और अग्रिम कार्रवाई में जुट गई है।

मिली जानकारी के मुताबिक, मुगलसराय कोतवाली के परोरवा गांव निवासी मंजू का विवाह सात वर्ष पूर्व वाराणसी के चितईपुर निवासी कल्लू यादव के साथ हुआ था। 26 वर्षीय मंजू के तीन बच्चे थे, जिसमें 6 साल की आराध्या, 4 साल की अमृता और 8 महीने का बेटा अंकित यादव है। मंजू के पति कल्लू यादव के मौसेरे भाई से मंजू का प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसको लेकर परिवार में काफी तनाव की स्थिति बन गई थी और पति-पत्नी में आए दिन झगड़ा होता था। 

इस बात को लेकर मामला इतना बढ़ गया कि मंजू ने अपने बच्चों के साथ जान देने का मन बना लिया। इस दौरान मंजू तीनों बच्चों के साथ मुगलसराय कोतवाली के पड़ाव इलाके में डीडीयू जंक्शन -वाराणसी रेल मार्ग पर स्थित अवधूत भगवान राम हाल्ट स्टेशन के पास पहुंची और ट्रेन के सामने बच्चों के साथ छलांग लगा दी।

पूरी ट्रेन गुजर जाने के बाद भी 8 माह का अंकित बच गया

ट्रेन की चपेट में आकर मौके पर ही मंजू और दोनों बच्चियां आराध्या और अमृता की मौत हो गई। लेकिन पूरी ट्रेन गुजर जाने के बाद भी 8 माह का अंकित रेलवे ट्रैक के बीच सुरक्षित बच गया। घटना की सूचना पुलिस को आसपास के लोगों ने दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। 

इस दौरान घटना की जानकारी मंजू के पति कल्लू यादव को दी गई। सुचना पाकर मुगलसराय कोतवाली पहुंचे कल्लू यादव को पुलिस ने 8 माह के बच्चे अंकित को सौंप दिया। इस संबंध में सीओ पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि पारिवारिक कलह के कारण एक महिला ने 3 बच्चों के साथ रेलवे ट्रैक पर जान दे दी। जिसमें एक बच्चा सुरक्षित बच गया। (चंदौली से संतोष की रिपोर्ट)

ये भी पढ़ें- 

अभी जेल में ही रहेंगे मनीष सिसोदिया, राउज एवेन्यू कोर्ट ने न्यायिक हिरासत 17 अप्रैल तक बढ़ाई

सीबीआई के डायमंड जुबली कार्यक्रम में बोले प्रधानमंत्री मोदी- न्याय और इंसाफ का ब्रैंड है CBI

 

Latest India News