CDS Anil Chauhan: भारतीय सेना में 40 साल की सेवा के बाद 31 मई को अनिल चौहान सेवानिवृत्त हो गए थे। अब भारत सरकार ने बड़ी जिम्मेदारी दी है। अपको बता दें कि बिपीन रावत के निधन के बाद सीडीएस की पद खाली हो गई थी। अब देश के नए सीडीएस इन्हें बना दिया गया है। पूर्वी सेना को संभालने से पहले, जनरल ऑफिसर नई दिल्ली में सैन्य अभियान के महानिदेशक थे।
बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक की बनाई थी योजना
सैन्य संचालन के महानिदेशक के रूप में, जनरल ऑफिसर 'ऑप सनराइज' के मुख्य वास्तुकार थे, जिसके तहत भारतीय और म्यांमार सेनाओं द्वारा दो देशों के बीच सीमा के पास सक्रिय विद्रोही समूहों के खिलाफ समन्वित अभियान चलाया गया था। वह भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के बाद के प्रबंधन सहित बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक की योजना बनाने में भी शामिल था। उन्होंने इस योजना में पिछे से अहम भूमिक निभाई थी। जिसके कारण भारतीय वायू सेना ने पाकिस्तान को मुंडतोड़ जवाब दिया था।
इंडियन एयर फोर्स ने दिखाई थी अपनी ताकत
उरी की तरह 2019 में भी भारतीय सेना पर बड़ा आतंकी हमला हुआ था। पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के तकरीबन 40 जवान मौके पर शहीद हो गए थे। पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत ने 26 फरवरी 2019 की सुबह भारतीय सेना के फाइटर जेट्स ने पीओके में घुसकर कई बमबारी की और बालाकोट में आतंकियों के ठिकानों को पूरी तरह से नेस्तनाबूद कर दिया। इस घटना के बारे में पाकिस्तान को जरा सी भी भनक नहीं लगी हालांकि हमले के बाद पाकिस्तान के भी जेंट्स भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की थी लेकिन इंडियन एयर फोर्स ने पाकिस्तानी फाइटर प्लेन को खदेड़ दिया।
कई सम्मानित पुरस्कार दिया गया
सरकार द्वारा राष्ट्र के लिए सामान्य अधिकारी की सेवा को परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, सेना मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल देकर सम्मानित किया गया है। उनकी सेवानिवृत्ति के बाद लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ पूर्वी कमान देहरादून में बसने और सुरक्षा संबंधी मामलों पर लिखने के लिए समय समर्पित करने का इरादा रखते हैं।
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