दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय के आदेश पर प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल अनिल चौहान को जेड प्लस सुरक्षा मुहैया कराई है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जनरल चौहान ने शुक्रवार को भारत के दूसरे सीडीएस के तौर पर पदभार ग्रहण किया था। उनके सामने सशस्त्र सेनाओं के तीनों अंगों के बीच समन्वय बनाने का जिम्मा है, ताकि देश की सेनाओं को भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार किया जा सके। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ''गृह मंत्रालय के आदेश पर प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल अनिल चौहान को जेड प्लस सुरक्षा मुहैया कराई गई है।''
देश के दूसरे CDS हैं अनिल चौहान
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (सेवानिवृत्त) को बुधवार को देश का नया प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) नियुक्त किया गया है। जनरल बिपिन रावत की एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु के बाद से यह पद रिक्त था। पद रिक्त होने के नौ महीने से अधिक समय बाद यह नियुक्ति की गई है। 61 साल के चीन विशेषज्ञ चौहान अपने पदभार ग्रहण करने की तारीख से और अगले आदेश तक सैन्य मामलों के विभाग में सचिव के रूप में भी कार्य करेंगे। वह 2019 में बालाकोट हवाई हमलों के दौरान सेना के सैन्य अभियान (डीजीएमओ) के महानिदेशक थे, जब भारतीय लड़ाकू विमानों ने पुलवामा आतंकवादी हमले के जवाब में पाकिस्तान के अंदर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर को तबाह कर दिया था।
सीडीएस की जिम्मेदारियां क्या होती हैं?
सीडीएस की प्रमुख जिम्मेदारियों में सेना, नौसेना और वायुसेना के कामकाज में बेहतर तालमेल बिठाना है। साथ ही देश की सैन्य ताकत को मजबूती देना है। केंद्र सरकार के अनुसार, सीडीएस की जिम्मेदारी देश के रक्षा मंत्री के प्रमुख सलाहकार के तौर पर होती है। तीनों सेनाओं के मामले उनके अधीन आते हैं। उनकी डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल (डीएसी) और डिफेंस प्लानिंग कमीशन (डीपीसी) जैसे जरूरी रक्षा मंत्रालय समूहों में जगह होगी। जानकारों की मानें तो सीडीएस के पद के लिए आयु सीमा 65 साल होनी चाहिए और कार्यकाल तीन साल का हो सकता है। ऐसे में लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान का कार्यकाल भी तीन साल का हो सकता है। वह 61 साल के हैं। अब देश के नए सीडीएस के तौर पर वह इन तीन जिम्मेदारियों को संभालेंगे।
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