नीट पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई असली गंगाधर की पहचान करने में जुटी हुई है। सीबीआई पेपर लीक के आरोप में गंगाधर नाम के दो लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है और खुद सीबीआई अधिकारियों को नहीं पता है कि इनमें से असली आरोपी कौन है। पेपर लीक मामले में सीबीआई ने गंगाधर नाम के एक व्यक्ति को आरोपी बनाया था। इसके बाद इस नाम के एक व्यक्ति को पकड़ लिया गया। हालांकि, बाद में पता चला कि जिस गंगाधर को गिरफ्तार किया गया है वह असली आरोपी नहीं है। इसके बाद दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने गंगाधर गुंडे को जमानत दे दी। वहीं, सीबीआई ने दूसरे आरोपी को पकड़ लिया। सीबीआई के वकील का कहना है कि एक आरोपी फरार है और वही पहचान कर सकता है कि दोनों गंगाधर में असली आरोपी कौन है।
गलती से गिरफ्तार किए गए गंगाधर गुंडे के वकील कैलाश मोरे ने कहा, "गंगाधर गुंडे को केवल मूल आरोपी गंगाधर से नाम की समानता के आधार पर गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, जमानत दे दी गई है। मेरा तर्क था कि गिरफ्तार किया गया आरोपी नीट घोटाले का मूल आरोपी नहीं था। केवल उसका नाम मूल आरोपी से मिलता जुलता है।"
बेंगलुरू से गिरफ्तार हुआ दूसरा आरोपी
दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने शुक्रवार को नीट पेपर लीक मामले में गंगाधर गुंडे नामक व्यक्ति को जमानत दे दी, जिसे सीबीआई ने गलत तरीके से गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने एक ही नाम होने के कारण गलत पहचान के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने एन गंगाधर अप्पा नामक व्यक्ति को लातूर से संबंधित मामले में बेंगलुरु में गिरफ्तार किया है।
सीबीआई ने क्या कहा?
सीबीआई के वकील ने अदालत में कहा कि महाराष्ट्र पुलिस के एटीएस इंस्पेक्टर द्वारा गंगाधर सहित चार लोगों के खिलाफ दी गई शिकायत के आधार पर गंधार को गिरफ्तार किया गया। शिकायत में उसका नाम और नंबर था और वह दिल्ली का रहने वाला है। एक अन्य व्यक्ति एन गंगाधर नंजुथप्पा को भी गिरफ्तार किया गया है। एक आरोपी इरेना कोनागलवार फरार है, केवल वही पहचान सकता है कि असली गंगाधर कौन है, जिसकी एजेंसी तलाश कर रही है।
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