संदीप घोष से 14वें दिन सीबीआई ने की पूछताछ, एजेंसी के रडार पर हैं आरजी कर के पूर्व प्रिंसिपल
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में रेप और मर्डर मामले में सीबीआई ने कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से 14वें दिन पूछताछ की। बता दें कि अबतक संदीप घोष से 140 घंटे से अधिक समय तक सीबीआई पूछताछ कर चुकी है।
कोलकाता शहर के सरकारी आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्तपाल में नौ अगस्त को महिला चिकित्सक से कथित दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या करने के मामले की जांच कर रही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) इस सिलसिले में शुक्रवार को लगातार 14वें दिन कर संस्थान के पूर्व प्रधानाचार्य संदीप घोष को पूछताछ के लिए बुलाया। अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी घोष से पहले ही 140 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ कर चुकी है। उन्होंने बताया कि घोष से इस जघन्य अपराध के बारे में पूछताछ की जा रही है। वह अस्पताल में कथित वित्तीय कदाचार मामले में भी एजेंसी के रडार पर हैं एवं पहले ही उनके और अन्य संस्थाओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है।
संदीप घोष से एजेंसी ने फिर की पूछताछ
एजेंसी के अधिकारियों ने पिछले गत रविवार को पूर्व प्रधानाचार्य के आवास की तलाशी ली और उनसे पूछताछ की। घोष को सुबह पूर्वाह्न करीब 10.45 बजे साल्ट लेक स्थित सीजीओ कॉम्प्लेक्स के अंदर टहलते देखा गया, जहां एजेंसी का पूर्वी क्षेत्रीय मुख्यालय है। सीबीआई की कई टीम ने बृहस्पतिवार को अपनी जांच के तहत सरकारी कर अस्पताल का दौरा किया। सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रही केंद्रीय एजेंसी के निजाम पैलेस कार्यालय की तीन टीम में से पहली टीम अस्पताल के मुर्दाघर पहुंची और वहां की बुनियादी संरचना, शवों को सुरक्षित रखने और पोस्टमार्टम करने से जुड़े प्रोटोकॉल के बारे में जानकारी ली।
फॉरेंसिक के अधिकारी ने कर्मचारियों से की बात
उन्होंने बताया कि पांच सदस्यीय टीम ने मुद्दे पर और स्थिति स्पष्ट करने के इरादे से फोरेंसिक विभाग के प्रमुख और वर्तमान उप-प्रधानाचार्य डॉ.सप्तर्षि चटर्जी सहित अस्पताल के चिकित्सकों और कर्मचारियों से बातचीत की। केंद्रीय एजेंसी यह जांच अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली द्वारा की गई शिकायतों के बाद कर रही है जिसमें उन्होंने घोष के प्रधानार्चाय के रूप में कार्यकाल के दौरान लावारिस शवों की तस्करी, जैव-चिकित्सा अपशिष्ट के निपटान में भ्रष्टाचार, निर्माण निविदाओं में भाई-भतीजावाद जैसे वित्तीय कदाचार के अन्य आरोप लगाए थे। अधिकारी ने बताया कि निजाम पैलेस से सीबीआई की दूसरी टीम ने अस्पताल के स्टोर भवन की तलाशी ली, जहां चिकित्सा और खरीद संबंधी दस्तावेज रखे जाते हैं। बताया गया कि सीबीआई की एक अन्य टीम बृहस्पतिवार को अस्पताल की आपातकालीन इमारत की तीसरी मंजिल पर स्थित छाती रोग विभाग में गई, जहां पीड़िता उस रात ड्यूटी पर थी।
बीत गए 18 दिन, लेकिन अनसुलझे हैं कुछ सवाल
टीम ने अपराध स्थल का निरीक्षण किया और अस्पताल के नर्स एवं अन्य कर्मचारियों से बातचीत की। अब तक जांच में केवल एक व्यक्ति संजय रॉय की गिरफ्तारी हुई है जो फिलहाल न्यायिक हिरासत में है। कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर सीबीआई द्वारा जांच का अपने हाथ में लिए जाने के 18 दिन बीत जाने के बाद भी इस अपराध से जुड़े कई सवाल अनसुलझे हैं एवं जनता के बीच घूम रहे हैं जिनमें क्या इस अपराध में एक से अधिक लोग शामिल थे, पीड़िता के जननांगों में पाए गए द्रव के डीएनए परीक्षण के नतीजे क्या निकले, पीड़िता के नाखूनों में पाए गए ऊतक के नमूनों की फोरेंसिक परीक्षण रिपोर्ट, क्या अपराध स्थल में कथित परिवर्तन के लिए जिम्मेदारियां तय की गई हैं शामिल हैं।
(इनपुट-भाषा)