सीमा सुरक्षा बल ( BSF) को इंटरनेशनल बॉर्डर से 50 किलोमीटर तक के इलाके में कार्रवाई करने का अधिकार मिलने पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नाराज हो गई हैं। उनका कहना है कि BSF के एक्शन से आम लोगों को परेशानी होती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमित शाह की मौजूदगी में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की बीएसएफ के अधिकारियों से बहस हो गई। बता दें ममता बनर्जी इससे पहले भी BSF पर आरोप लगा चुकी हैं। मई 2022 में उन्होंने कहा था कि BSF इंटरनेशनल बॉर्डर के उस पार गायों की तस्करी कराती है और लोगों की हत्या करके उनका शव बांग्लादेश में फेंक देती है।
सरकार सुरक्षा को लेकर सतर्क
दरअसल, अरुणाचल प्रदेश के तवांग में चीनी सैनिकों की ओर से की गई घुसपैठ की कोशिश के बाद सरकार अन्य सीमावर्ती राज्यों में भी सुरक्षा को लेकर सतर्क हो गई है। पश्चिम बंगाल, बिहार, उड़ीसा और झारखंड जैसे राज्यों से घुसपैठ, तस्करी की आशंका अधिक रहती है। इसलिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीमावर्ती सुरक्षा को लेकर इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ शनिवार को महत्वपूर्ण बैठक की। पूर्वी क्षेत्र परिषद की बैठक में उन्होंने मुख्यमंत्रियों को संकेत दिया कि भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा की जिम्मेदारी सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के साथ ही राज्यों की भी है। इसलिए किसी भी राज्य की ओर से इसमें लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए।
ईजेडसी की हुई बैठक
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शाह की अध्यक्षता में यहां पश्चिम बंगाल सचिवालय में शनिवार को हुई 25वीं पूर्वी क्षेत्रीय परिषद (ईजेडसी) की बैठक में अवैध घुसपैठ, सीमा पार से तस्करी और संवेदनशील भारत-बांग्लादेश सीमा से जुड़े अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई। अधिकारी ने बताया कि 25वीं पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में राज्यों के बीच परिवहन सुविधाओं और जल-बंटवारे पर भी बातचीत हुई। इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के उनके समकक्ष हेमंत सोरेन, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और ओडिशा के कैबिनेट मंत्री प्रदीप अमात शामिल हुए थे।
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