चेन्नई: तमिलनाडु में कुन्नूर के पास चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य लोगों की मौत के बाद दुर्घटनाग्रस्त हुए एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर के ब्लैक बॉक्स जांच टीम को मिल गया है। हादसे के बाद से ही ब्लैक बॉक्स और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर की तलाश चल रही थी। ब्लैक बॉक्स हेलीकॉप्टर की अंतिम उड़ान स्थिति और अन्य पहलुओं के बारे में डेटा बता सकता है।
भले ही इसे ब्लैक बॉक्स कहा जाता है, लेकिन उड़ान डेटा रिकॉर्डर को चमकीले नारंगी रंग में रंगा जाता है और यह उड़ान डेटा और कॉकपिट वातार्लापों को रिकॉर्ड करता है। हेलिकॉप्टर के अवशेषों की आगे की फोरेंसिक जांच से यह भी पता चल सकता है कि क्या दुर्घटना के बाहरी कारण थे।
इसके अलावा, ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, वेलिंगटन, तमिलनाडु में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में डायरेक्टिंग स्टाफ भी उड़ान के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी प्रदान कर सकते हैं। करीब 80 फीसदी जलने के बाद सिंह का वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है। सूत्रों ने कहा कि ग्रुप कप्तान वरुण सिंह, जो शौर्य चक्र से सम्मानित हैं, हेलीकॉप्टर दुर्घटना के दौरान वे 60 प्रतिशत जल गए हैं। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह भी इस हादसे के बारे में जानकारी दे सकते हैं। दुर्घटनास्थल पर पहुंचने वाले पहले व्यक्ति रविकुमार ने बताया था कि दो लोगों को छोड़कर बाकी सभी जवानों के शव जल गए हैं।
बुधवार को, जनरल रावत और उनकी पत्नी सहित 14 लोगों के साथ भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने सुलूर हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी, जो कुन्नूर में उतरने से कुछ मिनट पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी का पार्थिव शरीर आज शाम को तमिलनाडु के वेलिंग्टन से दिल्ली लाया जाएगा। कल दिल्ली कैंट के बराड़ स्क्वायर में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। जनरल रावत के निधन पर उनके गृह राज्य उत्तराखंड में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है।
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