BJP Attack On Nitish Kumar: बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद कानून व्यवस्था पूरी तरह से डामाडोल हो गई है। प्रदेश में लगातार आपराधिक घटनाएं सामने आ रही हैं, जिसके बाद विपक्ष लगातार नीतीश कुमार के ऊपर निशाना साध रहा है। इसी क्रम में बिहार बीजेपी अध्यक्ष डॉक्टर संजय जायसवाल ने इंडिया टीवी से खास बातचीत में बताया कि नीतीश कुमार पूरी तरह से कमजोर हो गए हैं।
क्या कहा डॉक्टर जायसवाल ने?
उन्होंने कहा कि 2015 में नीतीश कुमार ने जब आरजेडी के साथ गठबंधन किया था तो उस समय नीतीश कुमार मजबूत स्थिति में थे। उस समय मुख्यमंत्री की अच्छी पकड़ सरकार में थी, लेकिन वर्तमान सरकार में मुख्यमंत्री की पकड़ ढीली हो गई है। अब लोकल स्तर पर असामाजिक तत्व सक्रिय हो रहे हैं। डॉक्टर जायसवाल ने सीएम पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि 2005 से पहले के सभी अपराधी वर्तमान सरकार बनने के बाद एक्टिव मोड में आ गए हैं। चूंकि सीएम की पकड़ कमजोर हो गई है, इसलिए क्राइम पर कंट्रोल नहीं है और अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं।
क्या जातिगत राजनीति की ओर बढ़ रही है नीतीश सरकार?
बिहार की राजनीति पूरी तरह से जातिवाद पर टिकी हुई थी, जिसे तोड़कर भाजपा ने सबका साथ सबका विकास के दम पर सरकार बनाई थी। वहीं बिहार में जातीय समीकरण की बात करें तो अगड़ी जाति महज 20% है, जिनमें सबसे अधिक राजपूत है, इसके बाद ब्राह्मण और भूमिहारों की संख्या है। 30% यादव और मुस्लिम हैं। ऐसा कहा जाता है कि इन जातियों की सहानुभूति की वजह से लालू यादव ने कई वर्षों तक बिहार में राज किया। लालू प्रसाद कई बार खुले मंचों पर भी जाति आधारित टिप्पणी किया करते थे। अगर बात करें जदयू की तो नीतीश कुमार को कुर्मी जाति का समर्थन हासिल है।
अब आरजेडी और जदयू के मिल जाने से दोनों जातिगत राजनीति करने में जुट गए हैं, जिसका जीता-जागता उदाहरण जातीय जनगणना है, जहां दोनों पार्टियां इस मुद्दे पर साथ है। वर्तमान की सरकार को लगता है कि अब फिर से जाति आधारित राजनीति करते हैं तो लंबे अरसे तक सरकार में बने रहेंगे। वहीं बेगूसराय घटना में घायलों की जाति बताने पर डॉक्टर जायसवाल ने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकार जातिगत राजनीति कर रही है, जबकि भाजपा सरकार सबका साथ सबका विकास में विश्वास रखती है। बिहार बीजेपी अध्यक्ष ने आगे बताया कि जिस प्रकार पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने जातिगत राजनीति के आधार पर 15 साल बिहार में राज किया, ठीक उसी फॉर्मूले पर नीतीश सरकार चल पड़ी है।
क्या हुआ था बेगूसराय में
दरअसल, बिहार के बेगूसराय जिले में मंगलवार की देर शाम कुछ बदमाशों ने पूरे शहर में दहशत फैला दी थी। इन बदमाशों ने शहर के सड़कों पर एक के बाद एक कई जगहों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई, जिनमें 11 लोगों को गोली लगी। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत भी हो गई थी। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। घटना के 2 दिन बाद बेगूसराय पुलिस ने गोलीकांड का खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सुमित, युवराज, केशव, उर्फ नागा और अर्जुन के तौर पर हुई है। इनमें से एक आरोपी नागा फरार होने की फिराक में था, लेकिन पुलिस ने झाझा रेलवे स्टेशन से उसे दबोच लिया।
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