नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) आज अपना 42वां स्थापना दिवस मना रही है। वैसे तो बीजेपी का गठन 6 अप्रैल, 1980 को नई दिल्ली के कोटला मैदान में आयोजित एक कार्यकर्ता अधिवेशन में हुआ था। लेकिन 2014 के बाद से 'मोदी युग' ने बीजेपी को ऐतिहासिक ताकत दी है। 10 सदस्यों के साथ शुरू बुई बीजेपी के पास आज देश में करीब 30 करोड़ सदस्य हैं। सोशल मीडिया पर खास ध्यान देने वाली बीजेपी को देश में माहौल भांपने की अनूठी कला पता है। आप भी जानिए मोदी युग यानी 2014 के बाद से बीजेपी कितनी बदल गई है और आगे गद्दी कौन संभालने का प्रबल दावेदार है।
BJP के 'अच्छे दिन', जानिए आकंड़ों की जुबानी
2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री और अमित शाह के पार्टी अध्यक्ष बनने के साथ ही बीजेपी की 3 धरोहर अटल, आडवाणी, मुरली मनोहर के युग की समाप्ति हुई और मोदी युग की शुरुआत हुई। 2014 के चुनाव में नरेंद्र मोदी के करिश्माई व्यक्तित्व के सहारे भाजपा 282 सीटें जीत लेती है और 543 सीटों वाली लोकसभा में एनडीए की संख्या 336 तक पहुंच गई। 26 मई 2014 को नरेंद्र मोदी ने देश के 15वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। चुनाव में भाजपा का वोट प्रतिशत 31 प्रतिशत और अन्य सहयोगी दलों के साथ मिलकर यह 38 प्रतिशत रहा।
अभी भी कायम है 'मोदी जादू'!
देश में नरेंद्र मोदी की लहर 5 साल बाद भी बरकरार रहती है। दनादन कड़े फैसले लेते हुए और विश्व में भारत की साख को मजबूत बनाते, गरीब तबके की बात करते हुए मोदी का जादू अभी भी कायम है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा 303 सीटें जीतती है। भाजपा की ऐतिहासिक जीत में 'सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास' नारा गूंजता रहा। हाल के 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के परिणामों ने बीजेपी को और मजबूती दी है। 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने अभी से फिल्डिंग लगानी शुरू कर दी है।
2014 के बाद से मोदी युग में ताबड़तोड़ बड़े फैसले लिए गए
'दिन दूना रात चौगुना' रफ्तार से बढ़ती बीजेपी लगातार 'न्यू इंडिया' के विजन को आत्मसात कर आत्मनिर्भर भारत के संकल्प पर काम रही है। 2014 के बाद से मोदी युग में ताबड़तोड़ बड़े फैसले लिए गए। घोषणापत्र में किए वादों को पूरा करते हुए जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटा दिया गया। आर्टिकल 370 से आजादी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एजेंडे में सबसे ऊपर रहा था। नागरिकता संशोधन कानून को लाकर मोदी ने फिर साबित कर दिया कि जो वादे उन्होंने घोषणापत्र में किए हैं।
बीजेपी के मोदी युग में लगातार सिमट रही है कांग्रेस
कहा जा रहा है कि मोदी युग में लगातार कांग्रेस सिमटती जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2014 के बाद से कांग्रेस ने 49 चुनाव लड़े और इनमें से 39 में हार का सामना करना पड़ा। 2014 से करीब 222 कांग्रेसी प्रत्याशियों ने दूसरी पार्टियां ज्वॉइन कर ली हैं। 2014 से 177 सांसद और विधायक ग्रैंड ओल्ड पार्टी छोड़ चुके हैं। BJP के बढ़ते प्रभाव के पीछे गरीबों से जुड़ी हुई योजनाएं भी हैं, जिनका मकसद सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों का एक बड़ा वर्ग तैयार करना है।
आगे योगी संभालेंगे कमान?
अब बड़ी बात ये है कि आखिर देश का सबसे बड़ा दल यानी बीजेपी की आगे कमान कौन संभालेगा। माना जा रहा है कि आगे भाजपा यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को आगे ला सकती है। योगी आदित्यनाथ के साथ ही असम के सीएम हिमन्त बिश्व शर्मा के नाम की भी चर्चा हो रही है। BJP के शुरुआती दिनों से ही एक केंद्रीय चेहरे के इर्द-गिर्द पूरी ब्रांडिंग होती थी। पहले ये चेहरा अटल बिहारी वाजपेयी थे और 2014 के बाद ये नरेंद्र मोदी बन गए। फिलहाल जेपी नड्डा भाजपा पार्टी के अध्यक्ष हैं।
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