नई दिल्ली। बंगाल के नादिया के हंसखाली गैंगरेप केस में सियासत गरमा गई है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पश्चिम बंगाल के हंसखाली में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार और हत्या के स्थान का दौरा करने के लिए 5 सदस्य समिति का गठन किया है। समिति आदेशानुसार ज़ल्द अपनी रिपोर्ट देगी। इधर महिला आयोग ने भी सीएम ममता बनर्जी के बयान की आलोचना की है।
कलकत्ता हाईकोर्ट ने मामले में सीबीआई जांच का आदेश दिया
बता दें कि, कलकत्ता हाईकोर्ट ने नादिया के हंसखाली बलात्कार और हत्या मामले में सीबीआई जांच का आदेश दिया है। स्थानीय पुलिस द्वारा आरोपी की हिरासत के साथ-साथ सभी दस्तावेज सीबीआई को सौंपे जाने हैं। अगली सुनवाई में सीबीआई रिपोर्ट कोर्ट को सौंपेगी। पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार मामले में टीएमसी पंचायत नेता के बेटे को गिरफ्तार किया गया है।
जानिए क्या है पूरा मामला
मामला नदिया जिले के हंशखाली ब्लॉक का है, जहां 4 अप्रैल की रात घटना घटी और अगले दिन नौवीं कक्षा की छात्रा की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि, घटना के 3-4 दिन बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई। पीड़ित परिवार ने बताया कि उनकी बेटी आरोपी को जानती थी, वो उसके जन्मदिन की पार्टी में शामिल होने के लिए उसके घर गई थी। परिजनों का आरोप है कि आरोपी ने दुष्कर्म से पहले बच्ची को शराब पिलाई थी।
ममता बनर्जी का बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है- राष्ट्रीय महिला आयोग
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि, हंसखाली बलात्कार-हत्या घटना पर उनका (पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का) बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। एक महिला होने के नाते उन्हें दूसरी महिला का दर्द समझना चाहिए। उन्होंने पीड़िता पर उंगली उठाई, यह गलत था।
ममता बनर्जी के बयान की हुई थी आलोचना
मंगलवार को सीएम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि नाबालिग लड़की और गिरफ्तार आरोपी के बीच प्रेम संबंध था। उन्हें शक है कि लड़की गर्भवती थी। वहीं टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि कानून के मुताबिक, नाबालिग की सहमति से उसके साथ यौन संबंध बनाने को भी बलात्कार माना जाता है और सत्तारूढ़ दल किसी का बचाव नहीं करेगा। जो कुछ भी हुआ वह निंदनीय घटना है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और पहले भी कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
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