साउथ में विस्तार की कोशिशों में BJP ने शुरू किया धुआंधार प्रचार, आंध्र प्रदेश के पूर्व CM की एंट्री से होगा लाभ?
बीजेपी दक्षिण भारत में अपने विस्तार को लेकर काफी तैयारी में है। इसके चलते बीजेपी नेताओं का साउथ में आना-जाना काफी बढ़ गया है। अपनी विस्तार नीति के तहत बीजेपी विपक्ष पर काफी हमलावर है और वहां के स्थानीय मुद्दों को लेकर धरना-प्रदर्शन भी कर रही है।
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तेलंगाना के दौरे पर हैं। प्रदेश के लोगों के लिए बड़ी सौगात लेकर आए हैं। बता दें, इसी साल तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने हैं, इसके मद्देनजर पीएम मोदी का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है। प्रदेश के बीजेपी नेताओें का मानना है कि प्रधानमंत्री के इस दौरे से उनका मनोबल बढ़ेगा। दरअसल, बीजेपी दक्षिण भारत में अपने विस्तार को लेकर काफी तैयारी में है। इसके चलते बीजेपी नेताओं का साउथ में आना-जाना काफी बढ़ गया है। अपनी विस्तार नीति के तहत बीजेपी विपक्ष पर काफी हमलावर है और वहां के स्थानीय मुद्दों को लेकर धरना-प्रदर्शन भी कर रही है।
तेलंगाना सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही BJP
इन दिनों तेलंगाना में राज्य लोक सेवा आयोग के पेपर लीक होने का मामला काफी गरम है। वहीं दिल्ली शराब नीति घोटाला के सिलसिले में ईडी (ED) द्वारा सीएम के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता से पूछताछ के मामले को लेकर बीजेपी तेलंगाना सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है। पेपर लीक मामले में भी बीजेपी ने केसीआर के बेटे और मंत्री के. टी. रामाराव पर संलिप्तता का आरोप लगाया है।
पीएम मोदी ने कही बड़ी बात
राज्य में घटित हुए इन सब मामलों को बीजेपी ने बड़ा मुद्दा बनाया है। उधर 28 मार्च को पीएम मोदी ने दिल्ली में एक पार्टी आवासीय परिसर का उद्धाटन करते हुए कहा था कि 'दक्षिण में हम हमेशा कर्नाटक और तेलंगाना में मजबूत रहे हैं। लोगों को अब केवल एक पार्टी भाजपा पर भरोसा है। आंध्र प्रदेश के लोग भी हमारी तरफ देख रहे हैं।'
तेलंगाना में बीजेपी का इन चुनावों में रहा अच्छा प्रदर्शन
दरअसल, तेलंगाना के पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन अच्छा नहीं था। पार्टी को 7.1 फीसदी वोट शेयर के साथ महज एक सीट से संतोष करना पड़ा था। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के प्रदर्शन में सुधार हुआ और पार्टी को राज्य की कुल 17 लोकसभा सीटों में से 4 सीटों पर जीत हासिल हुई। वहीं साल 2020 में ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के चुनाव हुए। इस चुनाव में बीजेपी 35.56 फीसदी वोट पाने में सफल रही।
किरण कुमार रेड्डी से BJP को होगा फायदा?
वहीं आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी ने कांग्रेस का हाथ छोड़ते हुए अब बीजेपी का दामन थाम लिया है। रेड्डी ने बीजेपी में शामिल होने का फैसला ऐसे समय पर किया है, जब राज्य में विधानसभा चुनाव होने में महज एक साल का वक्त बचा है। फिलहाल राज्य में YSR कांग्रेस पार्टी के मुखिया जगन मोहन रेड्डी मुख्यमंत्री हैं। माना जा रहा है कि दक्षिण भारत राज्यों के विस्तार की कोशिशों में जुटी बीजेपी को किरण कुमार रेड्डी की एंट्री से काफी फायदा हो सकता है।
चंद्रबाबू नायडू बीजेपी से मिलाएंगे हाथ?
वहीं चर्चा ये भी है कि बीजेपी और तेलगु देशम पार्टी (TDP) गठबंधन कर सकते हैं। दरअसल, अभी हाल ही में पोर्ट ब्लेयर के नगर परिषद चुनाव में बीजेपी-टीडीपी गठबंधन ने एस सेल्वी को चेयरमैन पद के लिए संयुक्त उम्मीदवार बनाया था। एस सेल्वी ने इस चुनाव में बड़ी जीत दर्ज की थी। इस गठबंधन की जीत के बाद सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई कि अब दोनों पार्टियां आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में साथ मिलकर चुनाव लड़ सकती हैं।