नयी दिल्ली: देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर आज शाम तक दिल्ली लाया जाएगा। दिल्ली में पूरे राजकीय सम्मान के साथ शुक्रवार को उनका अंतिम संस्कार होगा। बुधवार को तमिलनाडु में कुन्नूर के पास एक हेलिकॉप्टर हादसे में बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों समेत कुल 13 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे में जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का फिलहाल वेलिंगटन में सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है।
सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक अंतिम दर्शन
जानकारी के मुताबिक जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार शुक्रवार (10 दिसंबर) को दिल्ली कैंट में किया जाएगा। उनके पार्थिव शरीर को आज सेना के विशेष विमान से दिल्ली लाया जाएगा। शुक्रवार सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे सकेंगे। इसके बाद कामराज मार्क से बरार चौराहा श्मशान के लिए उनकी अंतिम यात्रा शुरू होगी।
बुधवार सुबह पालम एयरबेस से हुए थे रवाना
सीडीएस विपिन रावत बुधवार सुबह 8:47 बजे पालम एयरबेस से भारतीय वायुसेना के एम्बरर विमान से रवाना हुए थे और सुबह 11:34 बजे सुलुर एयरबेस पर पहुंचे। सुलुर से उन्होंने एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर से करीब 11:48 बजे वेलिंगटन के लिए उड़ान भरी। हेलीकॉप्टर दोपहर 12:22 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बिपिन रावत को वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में एक लेक्चर देना था। दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों में ब्रिगेडियर एल.एस.लिद्दर,सीडीएस के सैन्य सलाहकार एवं स्टाफ अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह शामिल हैं।
डिफेंस सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज के दौरे पर जा रहे थे
वायुसेना ने कहा, ‘‘जनरल बिपिन रावत डिफेंस सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज के दौरे पर जा रहे थे जहां उन्हें शिक्षकों एवं छात्रों को संबोधित करना था।’’ वायुसेना ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा, ‘‘बहुत ही अफसोस के साथ इसकी पुष्टि हुई है कि दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, (उनकी पत्नी)श्रीमती मधुलिका रावत और 11 अन्य की मृत्यु हो गई है।’’ वायुसेना ने बताया कि एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर में सीडीएस और नौ अन्य यात्री तथा चालक दल के चार सदस्य सवार थे। यह हेलीकॉप्टर दोपहर दो बजे के करीब कुन्नूर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया। वायुसेना ने कहा कि दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
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