नई दिल्ली: दिल्ली में आज रविवार का दिन और गुनगुनी धूप। इस दौरान दिल्ली का दिल कहा जाने वाला कनॉट प्लेस का माहौल कुछ अलग ही था। कनॉट प्लेस स्थित ए ब्लॉक से 'हो के हवा पे सवार, बदल दो वक्त की रफ्तार' स्लोगन के साथ ऑल इंडिया महिला बाइक रैली का आयोजन हुआ। महिला बाइक रैली में बहुत सी महिलाएं शामिल हुई। इस बाइक रैली में शामिल हुई 78 साल की बुजुर्ग महिला राजदुलारी का आत्मविश्वास देख सब दंग रह गए।
पहली रेस साल 1963 में जीती
राजदुलारी गुप्ता काफी समय से बाइक रैली में भाग लेती आई हैं। छतरपुर की रहने वाली राजदुलारी गुप्ता ने युवा महिलाओं को संदेश देते हुए कहा कि बार-बार अभ्यास करते रहें, जब तक सफलता नहीं मिल जाती। राज दुलारी ने बताया कि, 1963 में मैंने साइकिल रेस जीती। मेरी अध्यापक ने मुझे गोद में उठा लिया, मेरी आंखों में आंसू आ गए। इसी प्रेरणा को लेकर मैं आगे बढ़ी हूं, मैं बहुत गरीब परिवार से थी। 8 साल मेरे पति को मरे हुए हो गए, लेकिन उन्होंने अपने सामने भी गाड़ी चलाने से कभी नहीं रोका। मेरे पति के गुजरने के बाद मैंने अपने बच्चों से कहा हौसला रखो, आज से मैं ही तुम्हारी बाप भी हूं और मां भी।
विदेशों में काम कर रहे राजदुलारी के बच्चे
राजदुलारी ने कहा कि बेटियो, बच्चियों आगे बढ़ो और किसी से डरने की जरूरत नहीं है। एक पोता मेरा अमेरिका में गूगल में काम कर रहा है। एक पोती मेरी सोनीपत में रेडियोलॉजी विभाग में डॉक्टर है, एक पोती कोलंबिया में है। मैंने अपने बच्चों को पढ़ाया लिखाया है।
इनपुट - एजेंसी
ये भी पढ़ें -
श्रद्धा जैसे हत्याकांड से दहला जम्मू-कश्मीर, आरोपी ने लड़की के शरीर के टुकड़े कर दफनाया, पुलिस ने किया गिरफ्तार
पीएम मोदी का विपक्ष पर फिर तीखा हमला, कहा- 'कांग्रेस मेरी कब्र खोदने में व्यस्त तो मैं गरीबों की जिंदगी बेहतर बनाने में'
Latest India News