पटना: बिहार में 2016 से ही लागू पूर्ण शराबबंदी कानून को सफल करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार हर मुमकिन कोशिश कर रही है। पिछले कुूछ दिनों में ऐसे मामले भी सामने आए हैं जब अवैध शराब के खिलाफ छापेमारियों में या शराब कारोबारियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को ग्रामीणों या परिवारों की तरफ से भारी विरोध का सामना करना पड़ा है। ऐसे लोगों से निपटने के लिए अब मद्य निषेध, उत्पाद और निबंधन विभाग ‘मिर्ची स्प्रे’ का इस्तेमाल करेगा।
‘पुलिसकर्मियों को दिया जाएगा मिर्ची स्प्रे’
मद्य निषेध विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कानून को लागू करने में बाधा बन रहे ऐसे लोगों में सबसे ज्यादा संख्या बच्चों और महिलाओं की होती है। अधिकारी ने बताया कि इनके सामने पुलिस भी ज्यादा शक्ति का इस्तेमाल नहीं कर पाती है, और कई बार ऐसे मौकों का लाभ उठाकर आरोपी फरार भी हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में विभाग मिर्ची स्प्रे का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया है। विभाग के संयुक्त आयुक्त श्रीकृष्ण पासवान ने बताया कि ऐसी स्थिति से निपटने के लिए अब पुलिसकर्मियों को मिर्ची स्प्रे दिया जाएगा, जिससे महिलाओं, बच्चों पर मिर्ची डालकर उन्हें रोका जा सके।
विभाग ने 700 स्प्रे का ऑर्डर भी दे दिया!
पासवान ने बताया कि मिर्ची से आंखों में जलन होती है लेकिन उससे ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहली खेप में विभाग ने 700 स्प्रे का ऑर्डर भी दे दिया है। सभी बड़े जिलों में 20-20 तथा छोटे जिलों में 10-10 मिर्ची स्प्रे उपलब्ध कराया जाएगा। बताया जाता है कि मिर्ची स्प्रे 15 फीट की दूरी से किया जाएगा और इसका प्रभाव अधिकतम 30 फीट तक रहता है। इस स्प्रे का इस्तेमाल घर में छिपे उन शराब कारोबारियों को पकड़ने में किया जाएगा जो पुलिस को चकमा देकर घरों में छिपे होते हैं। (IANS)
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