नयी दिल्ली: एनटीपीसी एग्जाम को लेकर लगातार रेलवे भर्ती बोर्ड सवालों के घेरे में है। बिहार में छात्रों ने दूसरे दिन भी मंगलवार को बोर्ड के खिलाफ हल्ला बोला। राज्य के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर छात्र बड़ी संख्या में पहुंचे और रेलवे पटरियों को जाम कर दिया, जिससे रेलवे के परिचालन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। छात्रों के प्रदर्शन के कारण कई ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया गया।
आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा परिणाम में गडबड़ी का आरोप लगाते हुए छात्र मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे और रेलवे पटरियों पर बैठ गए। इस दौरान बरौनी गोंदिया एक्सप्रेस करीब डेढ घंटे तक खड़ी रही। इसके बाद पुलिस के अधिकारी पहुंचकर छात्रों को समझा बुझाकर हटाने में सफल रहे। इधर, सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी बिहारशरीफ रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर रेल ट्रैक को जाम करते हुए सरकार और रेलवे बोर्ड के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की।
पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि छात्रों के प्रदर्शन के कारण सात ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन कर दिया गया है। सोमवार को पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल पर हजारों छात्र पहुंचे थे और जमकर प्रदर्शन किया था। इस दौरान छह घंटे तक रेलवे ट्रैक जाम था। छात्रों के प्रदर्शन के कारण कई ट्रेनों का परिचालन रद्द करना पड़ा था। बाद में छात्रों को हटाने के लिए पुलिस को लाठी भांजनी पड़ी थी तथा आंसू गैस के गोले दागने पड़े थे। प्रदर्शनकारियों ने भी पुलिस पर पथराव किया था।
NTPC रिजल्ट का क्यों छात्र कर रहे हैं विरोध
दरअसल, रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) द्वारा एनटीपीसी भर्ती सीबीटी -1 परीक्षा के परिणाम 14-15 जनवरी को जारी किए गए थे। परीक्षा में एक करोड़ से अधिक उम्मीदवार पंजीकृत हैं। इस परिणाम के आधार पर उम्मीदवारों को सीबीटी -2 यानी दूसरे चरण II परीक्षा के लिए शॉर्टलिस्ट किया जाना है।
उम्मीदवारों का आरोप है कि आरआरबी एनटीपीसी रिजल्ट में धांधली की गई है। छात्रों का कहना है कि आरआरबी एनटीपीसी भर्ती अधिसूचना के मुताबिक, सीबीटी-1 सिर्फ एक स्क्रीनिंग टेस्ट है। इसके अंक मुख्य परीक्षा में नहीं जोड़े जाएंगे। इसके अलावा, आरआरबी को क्षेत्रवार कुल पदों के 20 गुना योग्य उम्मीदवारों की घोषणा करनी थी। लेकिन, आरआरबी द्वारा विभिन्न स्लॉट में पदों की संख्या को देखते हुए, उम्मीदवारों को प्रत्येक स्लॉट के लिए अलग से 20 गुना योग्य घोषित किया गया है।
गौरतलब है कि देशभर में 35 हजार पदों के लिए आरआरबी एनटीपीसी भर्ती के लिए चयन प्रक्रिया शुरू करने के लिए रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा 2019 में अधिसूचना जारी की गई थी। इस भर्ती में विभिन्न ग्रेड की 13 रिक्तियां हैं, जिन्हें सात स्लॉट में विभाजित किया गया है। इसमें सीबीटी-1 और सीबीटी-2 परीक्षा के माध्यम से दो चरणों के लिए क्रमश: 20 और 8 गुना अभ्यर्थियों को पास करने का प्रस्ताव था। हालांकि, नोटिफिकेशन में आरआरबी इस बात का उल्लेख कर चुका था कि इसे जरूरत के हिसाब से बढ़ाया या घटाया जा सकता है।
इनपुट- आईएएनएस
Latest India News