Bihar News: गृह मंत्री अमित शाह आज किशनगंज पहुंचे हैं। उन्होंने किशनगंज के सुभाषपल्ली चौक स्थित बूढ़ी काली माता मंदिर में पूजा-अर्चना की। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस मिशन बिहार के तहत कल से बिहार में ही हैं। गृह मंत्री अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार हवाई अड्डा से माता गुजरी यूनिवर्सिटी पहुंचेंगे। जहां चार बजे बिहार भाजपा के सांसदों, विधायकों और पूर्व मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। पांच बजे माता गुजरी यूनिवर्सिटी में ही भाजपा प्रदेश कोर समिति के साथ बैठक करेंगे और रात्रि विश्राम करेंगे।
मिली जानकारी के मुताबिक, अमित शाह बूढ़ी काली माता मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद भारत नेपाल सीमा पर स्थित टेढ़ागाछ प्रखंड हवाई मार्ग से जाएंगे और वहां फतेहपुर एसएसबी बीओपी का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद हवाई मार्ग से वापस लौटने पर 12 बजे दोपहर बीएसएफ सेक्टर मुख्यालय में बीएसएफ अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद माता गुजरी यूनिवर्सिटी में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद 4:45 बजे हवाई मार्ग से बागडोगरा हवाई अड्डा के लिए किशनगंज से प्रस्थान करेंगे।
'नीतीश कुमार की कोई विचारधारा नहीं है'
गौरतलब है इससे पहले शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि उन्होंने प्रधानमंत्री बनने की अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस से हाथ मिलाकर भाजपा को धोखा दिया है। शाह ने दावा किया कि भाजपा राज्य में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार गठित करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि कुमार की कोई विचारधारा नहीं है, इसलिए उन्होंने जाति आधारित राजनीति के लिए समाजवाद को त्याग दिया। शाह ने पूर्णिया में आयोजित पार्टी की रैली में कहा, ‘‘नीतीश जी, आपने वर्ष 2014 में भी ऐसा ही किया था। बिहार की जनता वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में इस महागठबंधन को उखाड़ फेंकेगी। भाजपा 2025 में विधानसभा चुनाव के बाद पूर्ण बहुमत से सरकार का गठन करेगी।’’
'भाजपा की पीठ में छुरा घोंपा'
उन्होंने कहा, ‘‘ हम स्वार्थ एवं ताकत के बजाय सेवा एवं विकास की राजनीति में भरोसा करते हैं। नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री बनने की चाह में भाजपा की पीठ में छुरा घोंप दिया और अब वह राजद एवं कांग्रेस की गोद में बैठे हैं।’’ शाह ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री की केवल एक विचारधारा है-- ‘‘मेरी कुर्सी पर आंच नहीं आनी चाहिए।’’ शाह बिहार के सीमांचल क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे पर हैं। वह यहां सांसदों, विधायकों और पार्टी के विभिन्न प्रकोष्ठों के नेताओं के साथ बैठकें करेंगे। गौरतलब है कि बिहार में पिछले महीने राजनीतिक उठा-पटक के कारण भाजपा के सत्ता गंवाने के बाद शाह पहली बार राज्य के दौरे पर आए हैं।
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