Bengal Politics: बॉलीवु़ड के दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवती ने बुघवार को एक तहलका मचाने वाला बयान दिया है। इस बयान से बंगाल की राजनिती में हलचल मच गई है। बीजेपी नेता मिथुन चक्रवती ने बुधवार को बंगाल में पार्टी की बैठक की। इस बैठक के दौरान चक्रवती ने दावा किया कि बीजेपी से लगभग 38 टीएमसी विधायक साथ जुड़न के लिए संपर्क कर रहे हैं तो इनमें से 21 विधायक सीधे मेरे संपर्क में है। उन्होंने आगे कहा कि 2022 में टीएमसी ने जबरदस्ती चुनाव जीता था। अगर आज प्रदेश में चुनाव कराया जाए तो बीजेपी की बहुमत से सरकार बन जाएगी। आगे उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने बोला है कि 2024 में बीजेपी चुनाव नहीं जीतेगी इस बयान पर चक्रवती ने जवाब देते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार फिर से बनेगी. फिलहाल 18 राज्यों में बीजेपी की सरकार है और आने वाले समय में 04 प्रदेशों में बीजेपी की सरकार बनेनी वाली है।
क्या बंगाल में लोट्स ऑपरेशन शुरू?
बीजेपी पर हमेशा से आरोप लगता है कि बीजेपी विधायकों की खरीद-फरोक करती है। विधायकों को ईडी की धमकी या पैसों की लोभ देती है। हालांकि ये सारे आरोप है। चक्रवती के बयान के बाद ऐसा लग रहा है कि बीजेपी बंगाल में कुछ महाराष्ट्र जैसा करने वाली है। बीजेपी महाराष्ट्र में बैकफुट पर राजनिती करके उद्धव ठाकरे के हाथ से सरकार को छिन ली और एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री को बना दिया। इस फैसले से बड़े-बड़े पॉलिक्टिल पडिंत चौक गए थे। तमाम विपक्षी पार्टी देखते की देखते ही रह गई। महाराष्ट्र में शिवसेना एक मजुबत पार्टी थी लेकिन बीजेपी ने एकनाथ शिंदे के साथ मिलकर पुरा महाराष्ट्र का सीन बदल दिया था। बॉलीबुड के रियालिटी शो में एक्टिव रहने वाले चक्रवती अचानक बंगाल की राजनीति में एक्टिव हो गए हैं । 2021 चुनाव के बाद पुरी तरह से चक्रवती गायब दिख रहे थे। बंगाल में काफी मजबुत पार्टी मानी जाती है। इसे तोड़ना काफी मुश्किल भरा है।
ईडी का एक्शन बंगाल में जारी
ईडी ने टीएमसी नेता एवं मत्री पार्थ चटर्जी को शिक्षक भर्ती घोटला में तलब किया था। ईडी ने मुखर्जी को 23 जुलाई को इन्हें गिरफ्तार किया था। वहीं इनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के घर पर ईडी ने छापा मारा है। इनके फ्लैट से 29 करोड़ की नकदी और 5 किलो के आसपास सोना बरामद की। अर्पिता मुखर्जी पेशे एक म़ॉडल है। जानकारी के मुताबकि बताया गया कि अर्पिता ने अपने टॉयलेट में कई कीमती चीजे गाड़कर कर रखा था। वो कई बंगाली और तमिल फिल्मों काम कर चुकी है। हालांकि अभी तक इन्हें साइड रोल में ही रहना पड़ा है।
शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रही है CBI
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में समूह 'सी' और 'डी' वर्ग के कर्मचारियों और शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है। पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग रहा है। वहीं ईडी इस घोटाले की जांच मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से कर रही है. गौरतलब है कि जब यह कथित घोटाला हुआ था तब पार्थ चटर्जी राज्य के शिक्षा मंत्री थे.
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