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Hindi News भारत राष्ट्रीय बागेश्वर बाबा और देवकीनंदन ठाकुर एक मंच पर आए साथ, कृष्ण जन्मभूमि के लिए आंदोलन की घोषणा

बागेश्वर बाबा और देवकीनंदन ठाकुर एक मंच पर आए साथ, कृष्ण जन्मभूमि के लिए आंदोलन की घोषणा

देवकीनंदन ठाकुर के बाद बाबा बागेश्वर मंच पर आए और हजारों की संख्या में कथा में मौजूद भक्तों से कहा, "हमारे बड़े भाई देवकीनंदन ने जो संकेत दिए हैं और कहा है कि अयोध्या तो झांकी थी मथुरा-काशी बाकी है।

भोपाल में एक ही मंच पर साथ आए देवकीनंदन ठाकुर और बागेश्वर बाबा- India TV Hindi Image Source : PTI भोपाल में एक ही मंच पर साथ आए देवकीनंदन ठाकुर और बागेश्वर बाबा

साईं बाबा पर दिए गए विवादित बयान के बाद लंबे समय तक खामोश रहे बाबा बागेश्वर एक बार फिर अपनी स्टाइल में जनता के सामने आए। मौका था राजधानी भोपाल में कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर की कथा के समापन पर धर्म सभा के आयोजन का। इस आयोजन में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा समेत बीजेपी और आरएसएस के तमाम दिग्गज नेता मंच पर दिखाई दिए। इस दौरान देवकीनंदन ठाकुर ने मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि की मुक्ति के लिए एक बड़ा आंदोलन शुरू करने की बात कही, साथ ही हिंदुओं से आव्हान किया कि अगर 100 करोड़ हिंदू एक हो गए तो अभी राम मंदिर बन रहा है, ऐसे ही काशी का भी बनेगा और मथुरा भी आजाद होगा।

कृष्ण जन्मभूमि के लिए निकालेंगे जागृति यात्रा
देवकीनंदन ठाकुर के बाद बाबा बागेश्वर मंच पर आए और हजारों की संख्या में कथा में मौजूद भक्तों से कहा, "हमारे बड़े भाई देवकीनंदन ने जो संकेत दिए हैं और कहा है कि अयोध्या तो झांकी थी मथुरा-काशी बाकी है। भैया जी ने आज संकल्प लिया कि बहुत जल्दी मथुरा में भगवान श्री कृष्ण की जन्मभूमि के लिए एक जागृति यात्रा निकालेंगे। हम यही प्रार्थना करते हैं कि जितने भी भारतवर्ष के ठाकुर जी के अनुयाई हैं, यह काम केवल देवकीनंदन जी का नहीं है, यह पूरे विश्व में रहने वाले श्री कृष्ण उपासकों का काम है। हम देश विदेश के कृष्ण उपासकों से देवकीनंदन जी की जागृति यात्रा में साथ देने की अपील कर रहे है।"

"जिनके खून में मिलावट, उनकी ठठरी बरे"
अपने चिर परिचित अंदाज में बाबा बागेश्वर ने जनता से श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन में साथ देने की अपील करते हुए कहा, "हम तो तन, मन, धन से उनके साथ हैं और जो साथ नहीं दे उनकी ठठरी बंधे।" आगे बोलते हुए बाबा बागेश्वर ने कहा, "जो राम जी के हैं, जो कृष्ण के हैं, वो देवकीनंदन के साथ होंगे, जिनमें मिलावट है, वह साथ नहीं होंगे। जिनमें पहले ही दिक्कत है, जिनमें वंशानुगत दिक्कत है तो हम खुद तो बदल नहीं सकते हैं, हम तो यह कहते हैं जिनके खून में मिलावट है उनकी ठठरी बरे।"

"हिंदू राष्ट्र के साथ एक माला कृष्ण मंदिर के लिए भी"
जनता से श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन में साथ देने की अपील करते हुए बागेश्वर बाबा ने पूछा, "कोई मुंह चलाएगा तो ठठरी कौन बारेगा, जो विरोध करेगा तो ठठरी कौन बारेगा, जो संतों का विरोध करेगा तो ठठरी कौन बारेगा, जो बार-बार नीचा दिखाते हैं तो ठठरी कौन बारेगा" देवकीनंदन की कथा में बाबा बागेश्वर को सुनने आई जनता ने कहा- हम। बाबा बागेश्वर ने देवकीनंदन की कथा में आए तमाम भक्तों से कहा कि आप वचन दो आज से हिंदू राष्ट्र के साथ-साथ एक एक माला मथुरा में भगवान कृष्ण का मंदिर बनाने के लिए शुरू करोगे।

गौरतलब है कि राजस्थान के उदयपुर में देवकीनंदन की मौजूदगी में बाबा बागेश्वर ने कुंभलगढ़ के दुर्ग में भगवा झंडे को लेकर जो बयान दिया था उसके चलते दोनों पर एफआईआर दर्ज हुई थी। जिसके बाद यह पहली बार था जब मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में देवकीनंदन ठाकुर और बाबा बागेश्वर एक मंच पर मौजूद रहे।

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