गोपेश्वर (उत्तराखंड): चार धामों में से एक बद्रीनाथ धाम में मंदिर के बाहर क्यूआर कोड लगाने के मामले की जांच होगी। चमोली के एसपी ने मामले की जांच के लिए एक टीम का गठन कर दिया है। बिना प्रशासनिक अनुमति के बिना बद्रीनाथ मंदिर के बाहर दान के लिए क्यूआर कोड वाले बोर्ड लगाए गए थे। अप्रैल महीने के आखिरी सप्ताह में लोगों के संज्ञान में यह क्यूआर कोड आया। जिसके बाद प्रशासन तक मामला पहुंचा। प्रशासन को इसकी कोई जानकारी नहीं थी। बाद में मामले की जांच कराने का फैसला लिया गया।
पुलिस की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार मामले की जांच, खुलासे और कार्रवाई के लिए जांच दल का गठन किया गया है। इस जांच दल का नेतृत्व बद्रीनाथ थाने के प्रभारी निरीक्षक करेंगे जबकि इसकी निगरानी पुलिस उपाधीक्षक (ऑपरेशन) नताशा सिंह करेंगी।
कपाट खुलने के दिन क्यूआर कोड वाले बोर्ड मिले थे
उल्लेखनीय है कि अप्रैल के आखिरी सप्ताह में बदरीनाथ और केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने के दिन क्यूआर कोड वाले बोर्ड लगे मिले थे। । श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति की अनुमति के बिना लगे इन बोर्डों को उसी दिन हटा दिया गया था। मंदिर समिति ने इस संबंध में पिछले महीने बदरीनाथ थाने में एक तहरीर देकर मामले की जांच की मांग की थी जिस पर एक मई को अज्ञात के विरूद्ध भारतीय दंड विधान की धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
चमोली के एसपी ने जांच टीम को साइबर सेल से समन्वय स्थापित करते हुए मंदिर परिसर में लगाए गए क्यूआर कोड के संबंध में जांच करने तथा सिंह को प्रतिदिन की कार्यवाही से अवगत कराने का निर्देश दिया है। मंदिर समिति ने ऐसी ही एक शिकायत केदारनाथ में भी दर्ज की थी। (इनपुट-भाषा)
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