कहां एकांतवास कर रहे हैं धीरेंद्र शास्त्री, कौन-सी साधना कर रहे हैं बाबा बागेश्वर? किया बड़ा खुलासा
आचार्य धीरेंद्र शास्त्री यानी बाबा बागेश्वर आजकल एकांतवास में हैं और साधना में लीन हैं। चार जुलाई को बाबा बागेश्वर का जन्मदिन है और उसके बाद वे क्या करेंगे, इसका खुलासा हुआ है।
मध्य प्रदेश: अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री यानी बाबा बागेश्वर आजकल एकांतवास में हैंं। उन्होंने पहले ही इसका ऐलान किया था। एकांतवास में बाबा क्या कर रहे हैं यह जानने की सबको उत्सुकता है। जानकारी के मुताबिक बाबा बागेश्वर सनातन धर्म को लेकर शोध कर रहे हैं और एकांतवास से वापस आने पर बड़ी तैयारी के साथ भक्तों के सामने आएंगे।
इन सवालों का किया खुलासा
सनातन पर बाबा का क्या शोध चल रहा है?
मिशन साउथ पूरा...अब नॉर्थ की बड़ी तैयारी
हिंदू-मुस्लिम सियासत पर बाबा का एजेंडा क्लीयर है।
एकांतवास मे ंक्या कर रहे हैं बाबा बागेश्वर
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आजकल एकांतवास में हैं और बाबा इस एकांतवास में आखिर क्या तैयारी कर रहे हैं। तो जान लीजिए आचार्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री पहले ही साफ कर चुके थे कि वो एक किताव लिख रहे हैं औप ये किताब सनातन पर होगी। इस किताब को लिखने का मकसद क्या है और बाबा ये किताब किसके लिए लिख रहे हैं, इसे लेकर बाबा ने इशारा भी दिया है।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री मिशन साउथ पूरा कर चुके हैं और इस वक्त बाबा एकांतवास में हैं, ध्यान मग्न हैं। साथ ही अपने अनुभवों को बटोर कर एक किताब भी लिख रहे हैं। बाबा की किताब का मूल है सनातन धर्म।
मिशन साउथ के बाद बाबा का मिशन नॉर्थ होगा शुरू
मंदसौर के खेजड़िया में खुद धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने ये ऐलान किया था कि वो एकांतवास के दौरान सनातन पर किताब लिखेंगे। आजकल बाबा का यहीं एकांतवास चल रहा है। इस एकांतवास में बाबा बड़ी तैयारी कर रहे हैं, क्योंकि इसके बाद वो बड़े मिशन पर निकलने वाले हैं। मिशन साउथ के बाद मिशन नॉर्थ शुरू होने वाला है लेकिन उससे भी पहले इसी महीने जून में भोपाल और राजगढ़ में बाबा कथा करेंगे। जुलाई की शुरुआत दिल्ली और ग्रेटर नोएडा में कथा के साथ होने वाली है।
चार जुलाई को मनाए्ंगे अपना जन्मदिन
दिल्ली और ग्रेटर नोएडा में कथा से पहले आचार्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री 4 जुलाई को अपना जन्मदिन मनाएंगे।
इस बार जब बाबा भोपाल और दिल्ली में कथा करेंगे तो उनकी पुस्तक का काम पूरा हो चुका होगा और सनातन पर उनका मंथन और प्रगाढ़ हो चुका होगा। इसलिये इस बार सनातन पर उनके तर्क और असरदार होने वाले हैं। बाबा बार-बार हिंदू राष्ट्र का अपना मकसद साफ कर रहे हैं। इस पर सियासत करने वालों को खरी खोटी सुना रहे हैं। यही वजह है कि दरबार में अब हिंदू ही नहीं मुसलमान भी भारी तादाद में शिरकत कर रहे हैं।
मैं किसी सियासी पार्टी में नहीं-बाबा बागेश्वर
बाबा सियासत करने वालों पर बरस रहे हैं तो जातिवाद की राजनीति करने वालों को भी नहीं बख्शते। बाबा के दरबार में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और इसलिये सवाल भी नए नए खड़े हो रहे हैं। बाबा से जब भी सवाल पूछा गया तो बाबा ने साफ कर दिया को वो किसी सियासी पार्टी के साथ नहीं हैं। बाबा भले ही सियासत से दूरी की बात कर रहे हों लेकिन वो अपना एजेंडा दृढ़ता के साथ सामने रखते हैं और उनका एजेंडा है भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना। बाबा ने इसके लिए टूल भी बता दिया है।
फिलहाल बाबा एकांतवास में हैं। इसके बाद वो बड़ी हुंकार भरने वाले हैं।मध्य प्रदेश से दिल्ली होते हुए बाबा एक बार फिर बिहार की धरती पर बड़ी कथा की तैयारी में हैं।