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Hindi News भारत राष्ट्रीय गर्भगृह में रखी गई रामलला की मूर्ति, पुजारी सुनील दास ने कहा- श्री राम हैं प्रेम का अवतार

गर्भगृह में रखी गई रामलला की मूर्ति, पुजारी सुनील दास ने कहा- श्री राम हैं प्रेम का अवतार

अयोध्या में राम मंदिर का काम तेजी से हो रहा है। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इससे पहले अब भगवान राम की मूर्ति को मंदिर के गर्भगृह में रख दिया गया है। 22 जनवरी को रामलला की इसी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।

ayodhya Ram Mandir Pran Pratishtha ceremony bhagwan ram Ram idol has been kept in the garbha griha o- India TV Hindi Image Source : INDIA TV गर्भगृह में स्थापित हुई रामलला की मूर्ति

अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनकर तैयार हो रहा है। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस कार्यक्रम में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ, सरसंघचालक मोहन भागवत समेत तमाम अन्य हस्तियां व साधु-संत उपस्थित होंगे। बता दें कि राम मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम की मूर्ति को रख दिया गया है। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर केरल स्नेहम आश्रम के पुजारी सुनील दास ने कहा, 'पूरी दुनिया में विशेष निमंत्रण भेजा जाता है। पूरा ब्रह्मांड यही है। सर्व देवता (सभी देवता) यहीं हैं। सर्व देवता स्वरूपम श्री राम यहां हैं। भावना यह है कि अयोध्या ने सार्वभौमिक शांति और प्रेम फैलाया है। यह प्रेम का अवतार है। भावना विश्व शांति और व्यक्तिगत शांति की है।'

रामलला को कराया गया भ्रमण

बता दें कि इससे पूर्व रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा के मद्देनजर अनुष्ठान किए जा चुके हैं। बीते कल रामलला की प्रतीकात्मक मूर्ति, जो चांदी से बनी है, उसे पालकी में बिठाकर मंदिर की परिक्रमा कराई गई। रामलला की जिस मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। उसे बुधवार की रात अयोध्या लाया गया। बता दें कि गर्भगृह में भगवान राम की मूर्ति को रखा गया है। यह मूर्ति बड़ी है और भारी भी है। इसलिए उस मूर्ति को पालकी में बिठाकर भ्रमण करा पाना संभव नहीं था। इसलिए चांदी से बनी रामलला की प्रतीकात्मक मूर्ति को मंदिर का भ्रमण कराया गया। 

22 जनवरी तक क्या रहेगा कार्यक्रम

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने बताया कि 19 जनवरी की औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास, धान्याधिवास का आयोजन किया जाएगा। 20 जनवरी को शर्कराधिवास, फलाधिवास, पुष्पाधिवास का आयोजन किया जाएगा। 21 जनवरी को मध्याधिवास और शय्याधिवास का आयोजन किया जाएगा। इस ट्वीट में तीर्थ क्षेत्र ने बताया कि 22 जनवरी 2024 को भगवान श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा योग का शुभ मुहूर्त, पौष शुक्ल कूर्म द्वादशी, विक्रम संवत 2080 को आ रहा है। तीर्थ क्षेत्र ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी शास्त्रीय परंपराओं का पालन करते हुए, प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम अभिजीत मुहूर्त में संपन्न किया जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा के पूर्व शुभ संस्कारों का प्रारंभ कल अर्थात 16 जनवरी 2024 से 21 जनवरी 2024 तक चलेगा।

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