प्रयागराज: माफिया डॉन अतीक अहमद की हत्या के बाद से अब सभी की नजर उनकी फरार पत्नी और 50 हजार रुपए की इनामी शाइस्ता परवीन की गिरफ्तारी को लेकर बनी हुई है। ताजा मिली जानकारी के मुताबिक, शाइस्ता परवीन की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कांबिंग मार्च किया है। उनके मरियाडीह के भरेठा गांव में छुपे होने की सूचना पर पुलिस वहां पहुंची है।
पुलिस सुबह से ही आस-पास के इलाकों में तलाशी अभियान चला रही है। शाइस्ता पर पचास हजार रुपए का ईनाम है। इसी बीच ये भी खबर है कि शाइस्ता परवीन के मायके वाले घर छोड़कर भाग गए हैं। बता दें कि शाइस्ता परवीन उमेश पाल मर्डर केस में आरोपी हैं।
कब हुई अतीक की हत्या?
अतीक और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात को उस वक्त हत्या कर दी गई थी, जब प्रयागराज में मेडिकल कॉलेज के पास उसे मेडिकल के लिए ले जाया जा रहा था। इसी दौरान अतीक और अशरफ मीडिया से बात कर रहे थे। नकली मीडियाकर्मी बनकर पहुंचे हमलावरों ने अतीक के सिर के पास गन सटाकर गोली मार दी थी।
हमलावरों ने अतीक और उसके भाई पर कई राउंड फायरिंग की थी। गोली लगते ही अतीक और उसका भाई अशरफ जमीन पर गिर पड़े थे और दोनों की मौत हो गई थी।
कौन हैं अतीक पर हमला करने वाले लोग
अतीक अहमद की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये बात सामने आई थी कि उसे 8 गोलियां लगीं। पुलिस ने अतीक की हत्या मामले में 3 हमलावरों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया था। इनकी पहचान सनी, अरूण और लवलेश के रूप में हुई थी। कोर्ट ने इन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा है। इनके पास से जो आधुनिक हथियार बरामद हुए थे, उनके बारे में भी अहम जानकारी सामने आई थी। ये हथियार कानपुर के हिस्ट्रीशीटर बाबर ने इन लोगों को उपलब्ध करवाए थे।
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