लखनऊ: अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या मामले में शूटर सनी ने पुलिस कस्टडी में बड़ा खुलासा किया है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, सनी ने बताया है कि दिल्ली के जितेंद्र गोगी गिरोह के संपर्कों से हथियार मिले थे। जितेंद्र गोगी गैंग इन तीनों से एनसीआर में बड़ी घटना कराना चाहता था। इससे पहले सितंबर 2021 में जितेंद्र गोगी की रोहिणी कोर्ट में हत्या हो गई थी।
लॉरेंस बिश्नोई की तरह बनना चाहते थे हमलावर
कानपुर का बाबर भी इसी गैंग से जुड़ा था और बाबर के जरिए ये लोग गोगी गैंग के संपर्क में आए। ये गिरोह हथियार बनाता है और उन्हें पंजाब से मंगवाता है। अतीक पर हमला करने वाले तीनों हमलावर गैंगेस्टर लॉरेंस बिश्नोई की तरह बनना चाहते थे।
इन तीनों का अस्पताल में पुलिस पर गोली चलाने का कोई प्लान नहीं था। मरने नहीं आए थे इसलिए इन्होंने सरेंडर किया। सीसीटीवी फुटेज में कहीं भी बाईक पर शूटर नहीं दिखे। ये लोग 12 अप्रैल को लखनऊ से बस से प्रयागराज पहुंचे थे। 13 को कोर्ट में ही अतीक अशरफ को मारने का प्लान था। कालविन अस्पताल से डेढ़ किलोमीटर दूर रेलवे स्टेशन के सामने होटल में ये तीनों रुके थे।
गोगी गैंग ने ही चैनल की आईडी, बड़ा कैमरा और आई कार्ड दिया
इसके बाद 15 अप्रैल को दिन में ही कालवीन अस्पताल की रेकी की थी और दो नए मोबाइल खरीदे थे, लेकिन सिमकार्ड के लिए फर्जी आईडी नहीं जुटा पाए। कालवीन अस्पताल की रेकी का वीडियो जल्द पुलिस को मिल सकता है। एनसीआर कनेक्शन के चलते ही गोगी गैंग ने एनसीआर चैनल की आईडी, बड़ा कैमरा और आई कार्ड दिया था। गौरतलब है कि तीनों हमलावर नकली मीडियाकर्मी बनकर पहुंचे थे।
जेल में बढ़ गई है इज्जत: शूटर सनी
इन तीनों हमलावरों ने डर पर काबू पाने के लिए जय श्री राम का नारा लगाया। शूटरों का कहना है कि अब जेल में इज्जत बढ़ गई है, कोई काम नहीं करवा रहा है। बता दें कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मेडिकल के लिए ले जाते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मौके से 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। तीनों हमलावर पुलिस की रिमांड में हैं।
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