Assam News: असम में डिब्रूगढ़ जिले के मोरन थाने के प्रभारी अधिकारी और एक उपनिरीक्षक को कुछ लोगों की पिटाई करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। डिब्रूगढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बिटुल चेतिया ने कहा कि दोनों अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही भी शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा, “घटना में भूमिका के चलते प्रभारी अधिकारी बिजॉय दैमारी और उपनिरीक्षक भाबेन दत्ता को कल निलंबित कर दिया गया। विभागीय जांच के नतीजे आने तक वे निलंबित रहेंगे।”
कई घंटों तक किया गया प्रताड़ित
पुलिस अधीक्षक बिटुल चेतिया ने कहा कि हमले में शामिल अन्य दो लोगों को गिरफ्तार किया गया जो पुलिस बल से नहीं थे, लेकिन उन्हें स्थानीय अदालत से जमानत मिल गई। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, शिवसागर जिले के पर्यटन उद्यमी ज्ञानदीप बोरगोहेन (35) और उनकी टीम के सदस्यों को सात और आठ अक्टूबर को मोरन थाने में कथित तौर पर कई घंटों तक बेरहमी से प्रताड़ित किया गया था। यह घटना तब हुई थी जब वे अरुणाचल प्रदेश से लौट रहे थे।
'अपराध स्वीकार करने के लिए किया बल का प्रयोग'
दैमारी ने आरोप लगाया था कि ‘जीरो फेस्टिवल ऑफ म्यूजिक’ से लौट रहे लोगों ने सात अक्टूबर की रात एक रेस्तरां में उनकी पत्नी के साथ छेड़खानी की थी। उन्होंने आठ अक्टूबर की सुबह कहा था “मैं मानता हूं, हमें उन्हें अपराध स्वीकार कराने के लिए कुछ बल प्रयोग करना पड़ा।’’ दूसरी ओर, बोरगोहेन और अन्य लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारियों ने दो आम लोगों के साथ मिलकर उनकी टीम का यौन उत्पीड़न किया तथा उन्हें कई घंटों तक हथियारों और डंडों से प्रताड़ित किया गया। कई संगठनों ने घटना की निंदा की थी।
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