भूकंप से कांपी असम की धरती, रिक्टर स्केल पर मापी गई इतनी तीव्रता
पिछले कुछ दिनों से भारत में भूकंप आने का सिलसिला अचानक से बढ़ गया है। जानकारों ने इस बात को लेकर चिंता जाहिर की है।
दिसपुर: उत्तर पूर्वी राज्य असम में सुबह सवा 10 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। जानकारी के अनुसार, यह भूकंप के झटके गुवाहाटी समेत कई अन्य पूर्वोत्तर हिस्सों में महसूस किए गए हैं। भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.8 दर्ज की गई है। हालांकि अभी तक किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है। जानकारी के अनुसार भूकंप का केंद्र बांग्लादेश में था।
पिछले दिनों दिल्ली-एनसीआर और जम्मू-कश्मीर में आया था भूकंप
वहीं इससे पहले 13 जून को दिल्ली-NCR सहित उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। EMSC ने जानकारी दी के अनुसार जम्मू-कश्मीर में किश्तवाड़ से 30 किमी दक्षिण पूर्व में रिक्टर पैमाने पर 5.7 तीव्रता का भूकंप आया था। इसके बाद कटरा इलाके में मंगलवार और बुधवार की मध्य रात्रि भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) से मिली जानकारी के अनुसार कटरा के 81 किमी पूर्व में 10 किमी की गहराई पर बुधवार तड़के 2:20 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.3 मापी गई थी।
प्लेट्स के टकराने से आता है भूकंप
यह धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है, जिन्हें इनर कोर, आउटर कोर, मैन्टल और क्रस्ट कहा जाता है। क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल को लिथोस्फेयर कहा जता है। ये 50 किलोमीटर की मोटी परतें होती हैं, जिन्हें टैक्टोनिक प्लेट्स कहा जाता है। ये टैक्टोनिक प्लेट्स अपनी जगह से हिलती रहती हैं, घूमती रहती हैं, खिसकती रहती हैं। ये प्लेट्स अमूमन हर साल करीब 4-5 मिमी तक अपने स्थान से खिसक जाती हैं। ये क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर, दोनों ही तरह से अपनी जगह से हिल सकती हैं। इस क्रम में कभी कोई प्लेट दूसरी प्लेट के निकट जाती है तो कोई दूर हो जाती है। इस दौरान कभी-कभी ये प्लेट्स एक-दूसरे से टकरा जाती हैं। ऐसे में ही भूकंप आता है और धरती हिल जाती है। ये प्लेटें सतह से करीब 30-50 किमी तक नीचे हैं।