A
Hindi News भारत राष्ट्रीय इजराइल-हमास युद्ध पर असदुद्दीन ओवैसी ने दिया बड़ा बयान, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की भी एंट्री

इजराइल-हमास युद्ध पर असदुद्दीन ओवैसी ने दिया बड़ा बयान, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की भी एंट्री

इजराइल और फिलिस्तीन के बीच जंग को लेकर अलग अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। जहां भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बातचीत कर मौजूदा स्थिति की जानकारी ली है। वहीं दूसरी ओर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। वहीं मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने भी

असदुद्दीन ओवैसी AIMIM के...- India TV Hindi Image Source : PTI असदुद्दीन ओवैसी AIMIM के चीफ हैं

Owaisi on Israel Hamas War: इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। आतंकी संगठन हमास द्वारा इजराइल पर किए गए जोरदार अटैक के बाद इजराइल ने पलटवार किया है। इस दौरान गाजा पट्टी पर इजराइल की स्ट्राइक में गाजा पट्टी खंडहर सी दिखने लगी है। इस जंग में 2 हजार से भी कई ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। इजराइल हमास जंग के बीच भारत में सियासी जंग जारी है। अलग अलग राजनीतिक दलों ने अपने अपने तरीके से इस मामले पर प्रतिक्रिया ​दी है। इसी बीच एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर 'फिलिस्तीन जिंदाबाद' का नारा लगाया है। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "फिलिस्तीन जिंदाबाद। हिंसा मुर्दाबाद (मुख्य रूप से इजरायल या किसी समूह/संगठन द्वारा की गई)। मस्जिद अल अक्सा आबाद रहे।

इजरायल-फिलिस्तीन विवाद में AIMPLB की एंट्री 

इजराइल फिलिस्तीन विवाद में अब ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड यानी AIMPLB की भी एंट्री हो गई है। AIMPLB ने कहा, ये युद्ध इजराइल की क्रूरताओं और मस्जिद अल-अक्सा की स्वाभाविक प्रतिक्रिया है। फिलिस्तीन की प्रतिक्रिया को आतंकवाद कहना पीड़ितों के साथ अन्याय करना है। AIMPLB ने कहा, भारत का हमेशा से मत रहा है कि इजरायल को संयुक्त राष्ट्र की बात माननी चाहिए, लेकिन पीएम मोदी ने शोषित के बजाय उत्पीड़क का समर्थन कर दिया है। फिलिस्तीन सिर्फ अपना बचाव कर रहा है, जो भी उसके ऊपर जुल्म हुए।

 

कांग्रेस ने क्या कही बात

इजराइल हमास जंग पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इजराइल के निर्दोष नागरिकों पर हुए क्रूर हमलों की कड़े शब्दों में निंदा की है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का हमेशा मानना रहा है कि आत्म-सम्मान, समानता और गरिमा के जीवन के लिए फिलिस्तीनी लोगों की वैध आकांक्षाओं को इजरायल के वैध राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को सुनिश्चित करते हुए केवल बातचीत की प्रक्रिया के माध्यम से पूरा किया जाना चाहिए। किसी भी प्रकार की हिंसा कभी भी कोई समाधान नहीं दे सकती है और इसे रोकना चाहिए। 

Latest India News