Arunachal Flood: अरुणाचल प्रदेश के कुरुंग कुमे जिले में रणनीतिक रूप से दो अहम स्थानों को जोड़ने वाला एक पुल बाढ़ में बह गया। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत-चीन सीमा के नजदीक कोरोरू गांव के पास ओयोंग नदी पर बना पुल जिला मुख्यालय कोलोरिंग को दामिन से जोड़ता है।
बीआरओ की परियोजना अरुणांक के मुख्य अभियंता ब्रिगेडियर अनिरुद्ध एस कंवर ने कहा कि ली से करीब एक किलोमीटर दूर कोलोरियांग-हुरी रोड पर बना पुल शनिवार को अचानक आई बाढ़ में बह गया।
सड़क मार्ग की जल्द बहाली के लिए आश्वासन
उन्होंने कहा, "अरुणांक परियोजना के तहत 756 बीआरटीएफ की 119 सड़क निर्माण कंपनी (आरसीसी) द्वारा इसे बहाल करने के लिए सभी आवश्यक मानवशक्ति और मशीन को प्राथमिकता पर कार्य करने के लिए बुलाया गया है। 119 आरसीसी के कमांडिंग अधिकारी रोशन और प्लाटून कमांडर मेजर मोहित कुमार साइट पर काम कर रहे हैं।'' कुरुंग कुमे के अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) ओशन गाओ के मुताबिक, उन्होंने सड़क मार्ग की जल्द बहाली के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
अरुणाचल में भारी बारिश से बाढ़ और भूस्खलन
बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई और भूस्खलन हुआ। इससे कई इलाकों का संपर्क टूट गया और बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं। पिछले दिनों अधिकारियों ने बताया था कि भूस्खलनों में दो और लोगों की मौत हो गई, जबकि लापाता दो अन्य लोगों के लिए तलाश अभियान चलाया जा रहा है।
मंगलवार को होल्लोंगी में भीषण भूस्खलन में जल शोधन संयंत्र में काम कर रहा एक मजदूर दब गया। रात में उसका शव बरामद किया गया। पश्चिमी सियांग जिले में दारला गांव के समीप भूस्खलन में ट्रांस अरुणाचल हाईवे परियोजना में काम कर रहे एक निर्माण मजदूर की दबकर मौत हो गई। मृतक की पहचान असम के लखीमपुर जिले के लालुक निवासी टीलू कलांदी के तौर पर की गई है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नीमा ताशी ने बताया कि पापुम पारे के हुतो गांव मेंदो में लापता लोगों की तलाश जारी है। अभियान में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के कर्मी शामिल हैं।
बाढ़ और भूस्खलन में 17 लोगों की मौत
अधिकारियों ने बताया कि अरुणाचल प्रदेश में इस साल अभी तक बाढ़ और भूस्खलन में 17 लोगों की मौत हो चुकी है। सियांग जिले में 1448 ब्रिज कंसट्रक्शन कंपनी (बीसीसी) के साथ काम कर रहे छह मजदूरों को बाढ़ से बचाया गया। सियांग नदी के उफान पर होने के कारण बोलेंग में उनका शिविर बह गया था।
Latest India News