नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 जून से अमेरिका के राजकीय दौरे पर जा रहे हैं। इस दौरे से पहले रक्षा मंत्रालय ने एक बड़ी सामरिक डील को मंजूरी प्रदान की है। इस डील के तहत भारत अमेरिका से एमक्यू-9बी प्रीडेटर ड्रोन खरीदेगा। 24 हजार करोड़ रुपये के इस समझौते के तहत 30 प्रीडेटर ड्रोन खरीद जाएंगे। हालांकि इस सौदे को अभी सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) द्वारा मंजूरी दिया जाना बकाया है, लेकिन माना जा रहा है कि समिति जरूरतों को देखते हुए इस सौदे को अपनी मंजूरी दे देगी।
नौसेना को होगा सबसे ज्यादा फायदा
इस सौदे के बाद भारत अमेरिका से 30 ड्रोन खरीदेगा, जिसमें से थल सेना और वायु सेना को आठ-आठ ड्रोन मिलेंगे। वहीं इस सौदे से सबसे ज्यादा फायदा भारतीय नौसेना को होगा, जिसे 14 ड्रोन दिए जाएंगे। बता दें कि एमक्यू-9 बी के दो वैरिएंट हैं। एक स्काई गार्जियन और दूसरा सी गार्जियन। गुरुवार को एमक्यू-9बी सी गार्जियन की खरीद को मंजूरी दी गई है। माना जा रहा है कि इनका ड्रोन का उपयोग चीन और पाकिस्तान पर नजर रखने के लिए किया जाएगा।
बेहद ही उन्नत किसम का है यह ड्रोन
अमेरिकी रक्षा विभाग और सेना के द्वारा प्रयोग में लाया जाने वाला यह ड्रोन बेहद ही उन्नत किस्म का है। इस मानवरहित ड्रोन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि दुश्मन को इसके आने-जाने की भनक तक नहीं लगती। इस ड्रोन लगातार 35 घंटे तक उड़ान भर सकता है और इसकी रफ़्तार 444 किलोमीटर प्रतिघंटा है। इसके साथ ही यह जमीन से 50 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है। ड्रोन हेलफायर मिसाइल व बम समेत 1746 किलो के वजन को अपने साथ लेकर उड़ने की क्षमता रखता है।
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