Bullet Train in India:कामयाबी की दिशा में भारत एक और मील का पत्थर गाड़ने जा रहा है। इसके तहत अब भारत अपने लिए बुलेट
ट्रेन का निर्माण खुद करेगा। यानि मेड इन इंडिया बुलेट ट्रेन देश की पटिरयों पर रफ्तार भरेगी। इस दिशा में इंजीनियरों की प्लानिंग अंतिम दौर में है। इससे बुलेट ट्रेन के लिए दूसरे देशों पर से भारत की निर्भरता खत्म होगी। स्वदेशी बुलेट ट्रेन में यात्री बैठकर अपने गंतव्य तक जा सकेंगे।
रेलवे का ड्रीम प्रोजेक्ट है स्वदेशी बुलेट ट्रेन
वंदे भारत की तर्ज पर भी नई बुलेट ट्रेन का निर्माण भारत में किया जाएगा। यह रेलवे का सबसे बड़ा ड्रीम प्रोजेक्ट है। इससे पहले भारतीय रेलवे वे वंदे भारत 2.0 को बनाकर इस दिशा में एक कदम आगे बढ़ा दिया है। खास बात यह है कि सिर्फ 52 सेकेंड में यह वंदे भारत 100 किमी प्रतिघंटा की स्पीड पकड़ लेती है। जबकि सामान्य बुलेट ट्रेन को यह स्पीड पकड़ने में 58 सेकेंड लग जाते हैं। अभी देश में दो वंदे भारत ट्रेन चल रही है। इनमें से एक नई दिल्ली से वाराणसी और दूसरी नई दिल्ली से कटरा यानि वैष्णो देवी धाम को चलाई जा रही है।
पीएम ने दी गुजरात को एक अन्य वंदे भारत की सौगात
पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरातवासियों को शुक्रवार को एक अन्य वंदे भारत ट्रेन की सौगात दे दी है। यह पहले से चल रही दोनों वंदे भारत ट्रेनों से ज्यादा एडवांस्ड फीचर वाली है। इसके पुर्जे घरेलू कारखाने में बनाए गए हैं। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार इस ट्रेन की स्पीड और संतुलन इतना शानदार है कि गिलास में भरा पानी तक नहीं छलकता। इसने कई मामलों में बुलेट ट्रेन को भी पीछे कर दिया है। ट्रायल में यह ट्रेन 180 किमी प्रति घंटा की स्पीड से चल चुकी है।
एक वर्ष में तैयार होंगी 75 वंदे भारत ट्रेनें
भारतीय रेलवे के अनुसार वर्ष 2023 तक 75 वंदे भारत बुलेट ट्रेनों को देश में इसी तर्ज पर तैयार किया जाएगा। यह अन्य वंदे भारत ट्रेनों से और अधिक अत्याधुनिक होंगी। धीरे-धीरे वंदे भारत ट्रेनों को बेहतरीन बुलेट ट्रेन में अपग्रेड किया जा रहा है। इसमें विदेश में चलने वाली बुलेट ट्रेनों की तरह सभी फीचर मौजूद हैं। यह बिल्कुल स्वदेशी बुलेट ट्रेन होगी। इससे भारत की बुलेट ट्रेन पर विदेशों पर निर्भरता नहीं रहेगी।
अन्य बुलेट ट्रेनों की स्पीड 250 से 400 किमी प्रति घंटा होगी
सूत्रों के अनुसार भारत में निर्मित होने वाली अन्य बुलेट ट्रेनों की स्पीड 250 से 400 किलोमीटर प्रति घंटा तक रहने की उम्मीद है। भारतीय इंजीनियर इसी लक्ष्य को लेकर चल रहे हैं। विदेश की बुलेट ट्रेनों में इस्तेमाल होने वाली तकनीकि की ही तरफ भारत में निर्मित की जा रही स्वदेशी बुलेट ट्रेन में हर अत्याधुनिक तकनीकि का इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे देश बुलेट ट्रेनों में आत्मनिर्भर बन सकेगा। यह देश की बड़ी उपलब्धि होगी।
पीएम मोदी ने दिखाया था सपना
भारत में बुलेट ट्रेन चलाने का सपना पीएम मोदी ने दिखाया था। तब वह देश के प्रधानमंत्री के उम्मीदवार ही थे। बात करीब वर्ष 2013-14 की है। इसके बाद 2014 में केंद्र में मोदी सरकार बनी। तभी से इस पर काम शुरू हो गया था। अब 2019 में दोबारा मोदी सरकार बनने पर पीएम की इस महत्वाकांक्षी योजना को तेज गति दी जाने लगी। उम्मीद है कि 2024-25 तक देश में करीब 150 से 200 बुलेट ट्रेनें 250 किमी प्रति घंटा की अधिक स्पीड से चलने लगेंगी। इसके लिए पटरियों को उसी हिसाब से तैयार किया जा रहा है।
Latest India News