Ankita Bhandari: अंकिता भंडारी की डेडबॉडी बरामद, पिता ने की शिनाख्त, गुस्साई भीड़ ने रिसॉर्ट में आग लगाई
Ankita Bhandari: गौरतलब है कि अंकिता 18 सितंबर से लापता थी और 22 सितंबर को उसका शव मिलने के बाद जब पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला की उसकी हत्या हुई है। इस हत्याकांड में शामिल तीनों आरोपियों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया गया।
Highlights
- हत्याकांड में शामिल तीनों आरोपी 24 घंटे में हुए थे गिरफ्तार
- तीनों आरोपियों ने अंकिता भंडारी की हत्या कर शव नहर में फेंक दिया
- पुष्कर सिंह धामी ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश
Ankita Bhandri: उत्तराखंड के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में बड़ी खबर सामने आई है। अंकिता भंडारी का शव 7 दिन बाद ऋषिकेश से बरामद कर लिया गया है। SDRF ने चिल्ला नहर से इस शव को बरामद किया है और अंकिता के पिता ने उसके शव की शिनाख्त की है। उन्होंने कहा है कि ये अंकिता का ही शव है। बता दें कि इससे पहले धामी सरकार ने इस मामले में बड़ा एक्शन लिया था। सीएम धामी के निर्देश पर देर रात प्रशासन की टीम ने मुख्य आरोपी पुलकित आर्या के रिसॉर्ट पर बुलडोजर चला दिया था। प्रशासन की टीम ने रिसॉर्ट के अवैध हिस्से को बुलडोजर से गिराया था। प्रदेश के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया था कि सीएम के आदेश के बाद पौड़ी प्रशासन और पुलिस ने कार्रवाई की थी। आधी रात को ही पुलिस टीम ने आरोपी के रिजॉर्ट को ध्वस्त करवाना शुरू कर दिया था। बता दें कि अंकिता इसी रिजॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिस्ट काम करती थी।
गुस्साए लोगों ने रिसॉर्ट को किया आग के हवाले
अंकिता हत्याकांड से गुस्साए लोगों ने रिसॉर्ट के पिछले हिस्से में आग लगा दी है। बता दें कि रिसॉर्ट के पिछले हिस्से में अचार बनाने का काम होता था।
CM धामी का रुख सख्त
इससे पहले अंकिता की हत्या के मामले में मुख्यमंत्री धामी ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री धामी ने घटना पर दुख जताते हुए कहा पुलिस महानिदेशक को ऋषिकेश घटना को लेकर सख़्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। जिस किसी ने ये जघन्य अपराध किया है उसे हर हाल में कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। पीड़िता को न्याय दिलाना सुनिश्चित किया जाएगा।
पूरे रिजॉर्ट की होगी जांच
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के समस्त रिज़ार्ट की जाँच करने के निर्देश ज़िलाधिकारियों को दिए हैं। साथ ही साथ जो रिजॉर्ट अवैध बने हैं या अवैधानिक रूप से संचालित हैं उनके विरुद्ध तत्काल आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। धामी ने कहा कि प्रदेश भर में स्थित होटल/रिजॉर्ट/गेस्ट हाउस आदि में कार्य करने वाले कर्मचारियों से भी उनकी स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की जाए। शिकायतों को गम्भीरता से लिया जाए।
18 सितंबर से थी लापता
गौरतलब है कि अंकिता 18 सितंबर से लापता थी और 22 सितंबर को उसका शव मिलने के बाद जब पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला की उसकी हत्या हुई है। इस हत्याकांड में शामिल तीनों आरोपियों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया गया। बीजेपी नेता और पूर्व राज्य मंत्री विनोद आर्य का बेटा पुलकित आर्य इस मर्डर केस का मुख्य आरोपी है। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि पुलकित और उसके अन्य दो साथियों ने अंकिता भंडारी की हत्या कर उसका शव नहर में फेंक दिया। उत्तराखंड पुलिस ने फेसबुक के जरिए जानकारी दी कि आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलकित आर्य समेत 3 की हुई गिरफ्तारी
गौरतलब है कि उत्तराखंड के पौड़ी जिले के यमकेश्वर क्षेत्र में एक रिजॉर्ट से पांच दिन पहले संदिग्ध परिस्थितियों में लापता 19 वर्षीया अंकिता भंडारी की हत्या के आरोप में शुक्रवार को भाजपा नेता के रिजॉर्ट संचालक पुत्र और उसके दो अन्य कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया। पौडी के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता गंगा भोगपुर क्षेत्र में वनतारा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी और 19 सितंबर से लापता थी।
पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों-रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को गिरफ्तार किया। मुख्य आरोपी पुलकित हरिद्वार के भाजपा नेता विनोद आर्य का पुत्र बताया जा रहा है। विनोद आर्य पूर्व में दर्जाधारी राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। आर्य को उत्तराखंड माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति के साथ राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया था।
पुष्कर सिंह धामी ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश
हालांकि, प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना को दुखद करार देते हुए इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। धामी ने कहा कि जिस किसी ने यह अपराध किया है, उसे कड़ी सजा दिलाई जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘यह दुखद और जघन्य घटना है। पुलिस अपना काम कर रही है। ऐसे जघन्य अपराध करने वालों पर कठोर से कठोर कार्रवाई होगी। पीड़िता को न्याय दिलाना सुनिश्चित किया जाएगा।’’
पौड़ी के अपर पुलिस अधीक्षक शेखर चन्द्र सुयाल ने मीडिया को बताया कि अंकिता की गुमशुदगी के संबंध में राजस्व पुलिस चौकी उदयपुर तल्ला में मामला दर्ज कराया गया था। उन्होंने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए गुरुवार को उसे लक्ष्मणझूला पुलिस को सौंपा गया जिसने 24 घंटे के अन्दर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी ने कबूली थी हत्या करने की बात
सुयाल ने बताया कि पूछताछ में पहले तो आरोपी टाल-मटोल करते रहे और पुलिस को भ्रमित करते रहे लेकिन सख्ती से पूछने पर उन्होंने अंकिता की हत्या कर उसका शव चिल्ला नहर में फेंकने की बात स्वीकार कर ली। सुयाल ने बताया कि अंकिता से विवाद के बाद उन्होंने यह कदम उठाया। उन्होंने कहा कि राज्य आपदा प्रतिवादन बल की एक टीम को चीला नहर क्षेत्र में शव को खोजने के लिए भेजा गया है। उधर, प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ने अशोक कुमार ने कहा कि प्रकरण में गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ हत्या एवं साक्ष्य छिपाने की धाराएं जोड़ी गयी हैं क्योंकि अंकिता की हत्या करने के बाद उन्होंने स्वयं उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई थी।
इस बीच, मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड के सभी जिलाधिकारियों को प्रदेश के सभी रिजॉर्ट की जांच करने तथा अवैध बने या गैरकानूनी रूप से संचालित रिजॉर्ट के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि रिजॉर्ट, होटल तथा अतिथि गृहों में काम करने वाले कर्मचारियों से भी उनकी स्थिति के बारे में जानकारी ली जाए तथा इस संबंध में शिकायतों पर कदम उठाए जाएं।