नई दिल्ली: NIA ने गैंगस्टर और खालिस्तानी आतंकियों के गठजोड़ को लेकर अर्श ढल्ला के खिलाफ दायर अपनी चार्जशीट में बड़ा खुलासा किया है। एनआईए की चार्जशीट के मुताबिक, इस वक़्त भी गैंगस्टरों का ठीक वैसा ही गठजोड़ बना है जैसा 1990 के दशक में मुंबई अंडरवर्ल्ड में बना था। एनआईए ने कोर्ट में बताया कि 1993 मुंबई बॉम्ब ब्लास्ट के बनी एनएन वोहरा कमेटी ने अपनी जांच में पाया था कि ब्लास्ट से पहले गैंगस्टर्स और पाकिस्तान की ISI ने हाथ मिलाया था, जिसके बाद बम ब्लास्ट हुए और फिर बाद में गुजरात के सूरत और अहमदाबाद में साम्प्रदायिक दंगे हुए थे, तत्कालीन जांच में पता चला था कि पाकिस्तान की आईएसआई ने ब्लास्ट और दंगे कराने के लिए भारत के गैंगस्टरों के नेटवर्क का इस्तेमाल किया था।
कड़ियां ठीक उसी तरह जुड़ रहीं
जांच कमेटी ने अपनी जांच में पाया कि अंडरवर्ल्ड की कड़ियां ठीक उसी तरह से जुड़ रही है जैसे तब जुड़ रही थीं। उस वक़्त भी अंडरवर्ल्ड अलग-अलग बिज़नस क्षेत्र और फ़िल्म इंडस्ट्री से जुड़े थे। जैसा कि इस जांच में भी सामने आया है कि पंजाब की म्यूजिक इंडस्ट्री, राजनितिक लोग, कबड्डी प्लेयर और वकीलों के नेटवर्क, गैंगस्टर्स से सामने आए है।
पाकिस्तान और दूसरे देशों से कनेक्शन
कमेटी ने अपनी जांच में ये भी पाया था कि उस दौर में कई क्रिमनल गैंग बन गए थे। हथियारों की तस्करी, ड्रग पैडलिंग, के जरिए एक मजबूत लॉबी बन गई थी, जिसके कुछ सालों बाद उस लॉबी का नेटवर्क न सिर्फ पत्रकारों तक ही सीमित नहीं था बल्कि इस सिंडिकेट से ऐसे लोग भी जुड़ गए जिनके अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन भी थे खासकर इंटेलिजेंस एजेंसी। एनआईए ने चार्जशीट में बताया कि हमारे केस में भी ऐसा ही सिंडिकेट बन गया है, जिनके कनेक्शन पाकिस्तान और दूसरे देशों से है।
कई राज्यों में फैलाना चाहते हैं दहशत
उस वक़्त की जांच कमेटी ने पाया था कि उन गैंगस्टरों की कमाई का सबसे बड़ा जरिया रियल एस्टेट , ज़मीन पर कब्ज़ा, विवादित ज़मीन को सस्ते रेट पर खरीदना, जिससे होने वाली कमाई की मदद से नौकरशाह और राजनेता से संपर्क बनाया जा सके। एनआईए ने अपनी चार्जशीट में बताया कि ठीक वैसा ही गठजोड़ अब भी बन रहा है कि अलग-अलग गैंग, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और चंडीगढ़ में दहशत फैलाना चाहते हैं।
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