A
Hindi News भारत राष्ट्रीय Amarnath Yatra: 'छड़ी-मुबारक', 'पूजन' और 'विसर्जन' के साथ अमरनाथ यात्रा का हुआ समापन

Amarnath Yatra: 'छड़ी-मुबारक', 'पूजन' और 'विसर्जन' के साथ अमरनाथ यात्रा का हुआ समापन

Amarnath Yatra: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में रविवार को लिड्डर नदी के तट पर 'छड़ी-मुबारक', 'पूजन' और 'विसर्जन' के साथ वार्षिक अमरनाथ यात्रा का समापन हो गया।

 Chari Mubarak procession- India TV Hindi Image Source : PTI Chari Mubarak procession

Highlights

  • 'छड़ी-मुबारक', 'पूजन' और 'विसर्जन' के साथ अमरनाथ यात्रा का हुआ समापन
  • 'कढ़ी-पकौड़ी' के भंडारे का हुआ आयोजन
  • महंत दीपेंद्र गिरी ने सेना को सफल यात्रा कराने के लिए धन्यवाद कहा

Amarnath Yatra: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में रविवार को लिड्डर नदी के तट पर 'छड़ी-मुबारक', 'पूजन' और 'विसर्जन' के साथ वार्षिक अमरनाथ यात्रा का समापन हो गया। इसके संरक्षक महंत दीपेंद्र गिरी ने एक बयान में कहा कि छड़ी-मुबारक की वार्षिक तीर्थयात्रा पहलगाम में अपने अंतिम अनुष्ठान 'पूजन' और 'विसर्जन' के साथ संपन्न हुई। देश के विभिन्न हिस्सों से आए संतों और तीर्थयात्रियों का समूह पूजा में शामिल हुआ। बाद में 'कढ़ी-पकौड़ी' का भंडारा आयोजन किया गया और उन्हें 'दक्षिणा' भी दी गई। सभा को संबोधित करते हुए गिरि ने इस सफल यात्रा के लिए भारतीय सेना, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), जम्मू-कश्मीर पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, आम नागरिकों और व्यवस्था करने में शामिल सभी एजेंसियों को बधाई के साथ-साथ धन्यवाद दिया। 

यात्रा बिना किसी आतंकवाद संबंधी घटनाओं के संपन्न हुई

इससे पहले जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को वर्चुअली 'समापन पूजा' की, जो 43 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा के समापन का प्रतीक है। उन्होंने लोगों के लिए शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की। इस वर्ष की यात्रा बिना किसी आतंकवाद संबंधी घटनाओं के संपन्न हुई, क्योंकि यात्रा मार्ग, पारगमन शिविरों, आधार शिविरों और गुफा मंदिर को किसी भी हमले से सुरक्षित रखते हुए, 43 दिनों तक कई सुरक्षा बलों ने दिन-रात कड़ी मेहनत की।

छड़ी मुबारक ने की 145 किमी की यात्रा

'छड़ी मुबारक' (भगवान शिव की पवित्र गदा) गुरुवार को अमरनाथ में गुफा मंदिर में पहुंची थी। तब अधिकारियों ने बताया कि पवित्र गदा के संरक्षक स्वामी दीपेंद्र गिरि ने गुरुवार को मंदिर पहुंचे संतों के समूह का नेतृत्व किया। पवित्र गदा ने श्रीनगर शहर के दशनामी अखाड़ा मंदिर में अपनी सीट से 145 किमी की यात्रा की। पवित्र गदा की यात्रा के दौरान, पंपोर, बिजबेहरा, अनंतनाग, मट्टन, ऐशमुक्कम और अंत में पहलगाम में प्रार्थना की गई, जहां पवित्र गुफा में जाने से पहले जुलूस ने दो दिनों तक आराम किया।

30,4439 श्रद्धालुओं ने तीर्थयात्रा में हिस्सा लिया

इस साल की यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले 39,8611 लोगों में से 30,4439 श्रद्धालुओं ने तीर्थयात्रा में हिस्सा लिया। इस साल की यात्रा के दौरान मरने वाले 71 लोगों में से 15 की मौत 8 जुलाई को अचानक आई बाढ़ में हुई थी।

Latest India News