Amarnath Yatra 2022: आज से अमरनाथ यात्रा शुरू हो गई है। श्रद्धालुओं का पहला जत्था जम्मू कश्मीर के बालटाल में पवित्र गुफा के रास्ते रवाना हो गया। यात्रा की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। आतंकी खतरे को देखते हुए जवान यहां पूरी तरह से मुस्तैद हैं। यात्रियों की सुरक्षा में सीआरपीएफ के बाइक स्क्वॉड कमांडो को लगाया गया है। गौरतलब है कि अमरनाथ यात्रा में रुकावट डालने के लिए आतंकी संगठन लश्कर पहले ही धमकी दे चुका है। ऐसे में सुरक्षाबल पूरी तरह से अलर्ट हैं।
अमरनाथ यात्रा के 2 रूट
अमरनाथ यात्रा के 2 रूट हैं। एक रूट पहलगाम से है और दूसरा रूट सोनमर्ग बालटाल से। पहलगाम से अमरनाथ 28 किलोमीटर है, वहीं बालटाल से ये दूरी करीब 14 किलोमीटर है। हालांकि पहलगाम के रास्ते को यात्री ज्यादा सुविधाजनक मानते हैं।
ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था
जो श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा पर नहीं जा सकते उनके लिए ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की गई है। चूंकि तीन साल बाद यात्रा हो रही है इसलिए इस साल श्रद्धालुओं की संख्या सामान्य से अधिक होने की उम्मीद है। दरअसल साल 2019 में सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 को रद्द किए जाने के मद्देनजर यात्रा बीच में ही स्थगित कर दी गई थी, जबकि साल 2020 और 2021 में कोविड-19 महामारी के चलते यात्रा नहीं हो पाई।
यात्रा 43 दिनों तक चलेगी
करीब तीन साल बाद दक्षिण कश्मीर की पहाड़ियों में स्थित बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए अमरनाथ यात्रा गुरुवार से शुरू हो गई है। इस बार यह यात्रा 43 दिनों तक चलेगी। जम्मू-कश्मीर के बालटाल में अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था पवित्र गुफा के रास्ते रवाना हुआ। इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि पवित्र गुफा में प्राकृतिक रूप से बनने वाले बर्फ के शिवलिंग के दर्शन के लिए श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने सभी तैयारियां कर ली हैं। जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को जम्मू अधार शिविर से श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को रवाना किया।
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