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Amarnath Cave Cloudburst: अमरनाथ गुफा के पास फटा बादल, कई श्रद्धालुओं की मौत, रोकी गई यात्रा

हर रोज करीब 15 हजार श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए पवित्र गुफा पहुंच रहे हैं। एक हफ्ते पहले ही 30 जून को अमरनाथ यात्रा शुरू हुई है और एक हफ्ते में ही कई बार खराब मौसम की वजह से यात्रा को रोकना पड़ा है।

Amarnath Yatra Cloudburst- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Amarnath Yatra Cloudburst

Highlights

  • अमरनाथ गुफा से महज 2 किमी दूर फटा बादल
  • कई श्रद्धालुओं के मौत की खबर, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
  • घटना के वक्त मौके पर करीब 12 हजार यात्री मौजूद थे

Amarnath Cave Cloudburst: दक्षिण कश्मीर में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार शाम को बादल फटने से 15 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। चश्मदीदों के मुताबिक अमरनाथ की गुफा के दाहिनी तरफ से पानी का भयानक बहाव आया और पलक झपकते ही सबकुछ तबाह हो गया। जहां कुछ देर पहले तक टेंट थे, लंगर था वहां कुछ सेकेंड के बाद ही मलबा था और कीचड़ की एक नदी बह रही थी। दो लंगर हाउस तो इस सैलाब में पूरी तरह से बह गए। इसके अलावा पानी के तेज़ बहाव से श्रद्धालुओं के 15 से 20 कैंप्स को भी अपनी चपेट में ले लिया। सुरक्षा बलों का कहना है कि इस हादसे की चपेट में चालीस से पचास लोग आ गए थे। मौके पर राहत और बचाव कार्य जारी है।

आपको बता दें कि हर रोज करीब 15 हजार श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए पवित्र गुफा पहुंच रहे हैं। एक हफ्ते पहले ही 30 जून को अमरनाथ यात्रा शुरू हुई है और एक हफ्ते में ही कई बार खराब मौसम की वजह से यात्रा को रोकना पड़ा है।

अभी भी लापता हैं कई लोग
इस घटना के दौरान तीन लंगर बह चुके हैं। हर लंगर में करीब 15 से 20 लोग थे। करीब 15 से 20 टेंट भी बह गए हैं, हर टेंट में कम से कम 2 से 3 लोग थे यानी कम से कम चालीस से पचास लोग टेंट के अंदर थे और इतने ही लोग टेंट के अंदर लंगर खा रहे थे। अभी भी बहुत सारे लोग लापता हैं।

मनोज सिन्हा ने की पीएम मोदी और अमित शाह के साथ बैठक
इस बीच LG ऑफिस ने भी बयान जारी किया है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई है। सिन्हा ने कहा कि NDRF, SDRF, BSF, आर्मी, जम्मू कश्मीर पुलिस और श्राइन बोर्ड के अधिकारी रेस्क्यू में जुटे हैं। इस हादसे को लेकर उन्होंने पीएम और गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठक भी की है।

अमरनाथ यात्रा के लिए हेल्पलाइन स्थापित
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा के लिए हेल्पलाइन स्थापित की है। उपराज्यपाल प्रशासन और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने चार टेलीफोन नंबर जारी किए हैं जिस पर संपर्क कर लोग जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अगर आप इस हादसे को लेकर कोई भी जानकारी लेना चाहें तो इन नंबर्स पर फोन कर सकते हैं- 011- 23438252, 011-23438253, 0194-2496240, 0194-2313149

घटना के वक्त मौके पर मौजूद थे करीब 12 हजार यात्री
आपको बता दें कि जब यह घटना हुई तब मौके पर करीब 12 हजार यात्री मौजूद थे। अमरनाथ गुफा से करीब 2 किलोमीटर दूर यह घटना हुई है। न्यूज एजेंसी ANI से मिली जानकारी के मुताबिक अमरनाथ की गुफा के नीचे शाम साढ़े 5 बजे के करीब बादल फटा। मौके पर NDRF, SDRF और तमाम संबंधित एजेंसियां राहत और बचाव कार्य में जुट गई हैं। इस घटना के बाद अमरनाथ यात्रा को रोक दिया गया है।

तबाही का पहला वीडियो-

अमरनाथ यात्रा को पहलगाम और बालटाल दोनों रूट से रोक दिया गया था
वहीं, आपको बता दें कि 2 दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर में खराब मौसम के बीच अमरनाथ यात्रा को पहलगाम और बालटाल दोनों रूट से रोक दिया गया था। मंगलवार को यात्री आधार शिविरों से आगे नहीं बढ़ने दिए गए थे। भारी भूस्खलन से श्रीनगर-लेह नेशनल हाईवे मंगलवार को घंटों प्रभावित रहा था। जम्मू संभाग को कश्मीर से जोड़ने वाले सिंथन टॉप क्षेत्र में तड़के बादल फटने से सिंथन नाला उफान पर आ गया था। मानसून सक्रिय होने से प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर ने बुधवार को तेज बारिश से बाढ़ की चेतावनी जारी की थी।

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