अल कायदा ने अतीक अहमद और अशरफ को शहीद बताया, कहा- हत्या का बदला जरूर लेंगे
अतीक अहमद और अशरफ के पाकिस्तान से भी कनेक्शन की बात सामने आई थी, जिसका जिक्र रिमांड कॉपी में भी किया गया था।
नई दिल्ली: गैंगस्टर अतीक अहमद और अशरफ की हत्या मामले में एक बड़ी खबर सामने आ रही है। वैश्विक आतंकी संगठन अल-कायदा ने अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या का बदला लेने की बात कही है। बता दें कि अल-कायदा ने दुनिया भर में कई आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया है जिसमें अमेरिका में 9/11 को हुई घटनाएंं भी शामिल हैं। इस खूंखार आतंकी संगठन ने 7 पन्नों की मैग्जीन जारी कर कहा कि वे इस हत्याकांड का बदला जरूर लेंगे और मुसलमानों को मुक्त कराएंगे।
मेडिकल जांच के लिए जाते वक्त हुई थी हत्या
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल की रात प्रयागराज में हत्या कर दी गई थी। घटना के वक्त पुलिस दोनों को मेडिकल जांच के लिए काल्विन अस्पताल में लेकर दाखिल हुई थी। हमलावरों को उसी समय गिरफ्तार कर लिया गया था। बुधवार को CJM डीके गौतम की अदालत ने इन आरोपियों को 4 दिन के पुलिस रिमांड में सौंप दिया था। अभी तक हत्यारों ने पुलिस को पूछताछ में कुछ खास नहीं बताया है और बार-बार यही कह रहे हैं कि वे अतीक और अशरफ के गिरोह का सफाया कर राज्य में अपना नाम और पहचान बनाना चाहते हैं और इसका फायदा उन्हें भविष्य में जरूर मिलेगा।
अतीक अहमद ने कबूली थी ISI से रिश्ते की बात
इससे पहले अतीक अहमद और अशरफ के पाकिस्तान से भी कनेक्शन की बात सामने आई थी, जिसका जिक्र रिमांड कॉपी में भी किया गया था। रिमांड कॉपी में कहा गया था कि अतीक अहमद पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए आने वाले हथियार को खरीदता था। अतीक अहमद ने पुलिस पूछताछ के दौरान स्वीकार किया था कि उसके पाकिस्तान की की खुफिया एजेंसी ISI और आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ संबंध थे।
'लगता था कोई बड़ी वारदात करना चाहते हैं'
FIR में अतीक के हवाले से दर्ज बयान में कहा गया था, 'पाकिस्तान की ISI द्वारा ड्रोन के जरिए पंजाब में हथियार गिराये जाते हैं और पंजाब में ISI का आदमी उन्हें इकट्ठा कर कुछ लश्कर-ए-तैयबा और कुछ हथियार खालिस्तानी अलगाववादी संगठनों को देता है। उन्हीं में से कुछ हथियार जैसे प्वाइंट 45 बोर की पिस्तौल, एके 47 राइफल, स्टेनगन और RDX मुझे भी उपलब्ध कराता है, जिसके मैं पैसे देता हूं। इन संगठनों के लोग मेरे यहां आते-जाते थे और इनकी आपस में हुई बातचीत से लगता था कि ये लोग देश में कोई बड़ी वारदात करना चाह रहे हैं।'