नई दिल्ली/कन्नौज: कन्नौज रेलवे स्टेशन पर रेलवे स्टेशन पर निर्माणाधीन बिल्डिंग की छत गिर गई। हादसे में काम कर रहे कई मजदूर दब गए। रेलवे ने इस संबंध में बयान जारी कर कहा कि स्लैब कास्टिंग के दौरान शटरिंग फेल हो जाने से कई मजदूर घायल हो गए। जिन्हें हॉस्पिटल भेजा गया। राहत और बचाव का कार्य पूरा कर लिया गया है। कानपुर कमिश्नर के विजयेंद्र पांडियन ने कहा कि लगभग 28 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। 6 लोग गंभीर रूप से घायल हैं लेकिन खतरे से बाहर हैं। अभी तक कोई जनहानि की सूचना नहीं है।
रेलवे ने बनाई जांच कमेटी
रेलवे ने कहा कि सभी घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इज्जत नगर मंडल की मंडल रेल प्रबंधक वीणा सिन्हा एवं अन्य अधिकारियों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य का नेतृत्व किया गया। राहत और बचाव कार्य में एनडीआरएफ की टीम को भी लगाया गया। इस घटना की जांच के लिए चार वरिष्ठ अधिकारियों की कमेटी गठित की गयी है, जो घटना के कारणों की गहन जांच करेगी। कन्नौज रेलवे स्टेशन पर निर्माणाधीन बिल्डिंग का लेंटर गिरने की घटना पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह बहुत दुखद घटना है। एक जांच समिति भी वहां बनाई गई है।
घायलों के लिए मुआवजे का ऐलान
घटना में घायल मजदूरों को मुआवजे का रेलवे ने ऐलान किया है। सामान्य घायलों को पचास हजार और गंभीर रूप से घायलों को दो लाख पचास हजार रुपये दिया जाएगा। इसका भुगतान रेल प्रशासन द्वारा किया जा रहा है।
अखिलेश यादव का सामने आया बयान
वहीं, कन्नौज के सांसद और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि कन्नौज की घटना बहुत दुखद है। निर्माण के दौरान सुरक्षा रखने की जरूरत थी। लापरवाही बरती गई है और उसका परिणाम यह हुआ है कि अभी भी पूरी जानकारी नहीं मिली है कि सब मजदूर बचे हैं या नहीं। हमें उम्मीद है कि किसी भी मजदूर की जान नहीं जाएगी। सरकार की लापरवाही है और चाहे छोटा कार्य हो या बड़ा कार्य हो, उसमें लापरवाही के साथ-साथ भ्रष्टाचार शामिल है। सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि पहले मजदूरों का इलाज करवाएं और सरकार उनकी मदद करे।
रिपोर्ट- अनामिका
Latest India News